धोनी के बाद एक और टिकट कलेक्टर ने मचाया तहलका, रणजी में रहाणे और पृथ्वी शॉ को आउट कर बटोरीं सुर्खियां

Himanshu Sangwan: रणजी ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ रेलवे की 10 विकेट से जोरदार जीत में अहम भूमिका निभाकर सुर्खियों में हिमांशु सांगवान

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: January 3, 2020 11:22 IST2020-01-03T11:22:51+5:302020-01-03T11:22:51+5:30

Meet Himanshu Sangwan, another ticket collector shines after MS Dhoni, Got wickets of Rahane, Shaw in Ranji Trophy | धोनी के बाद एक और टिकट कलेक्टर ने मचाया तहलका, रणजी में रहाणे और पृथ्वी शॉ को आउट कर बटोरीं सुर्खियां

हिमांशु सांगवान ने मुंबई के खिलाफ रणजी मैच में झटके 6 विकेट

Highlightsहिमांशु सांगवान ने अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू दिसंबर 2019 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ कियासांगवान ने मुंबई के खिलाफ रणजी मैच में रेलवे की तरफ से खेलते हुए 6 विकेट लिए

रेलवे के तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान का नाम पिछले हफ्ते तब सुर्खियों में आया, जब रणजी ट्रॉफी में मुंबई पर रेलवे की 10 विकेट से जोरदार जीत में उन्होंने 6 विकेट झटकते हुए अहम भूमिका निभाई। 

हिमांशु ने स्टार बल्लेबाजों से सजी मुंबई की दूसरी पारी में 5 विकेट झटके, जिनमें अजिंक्य रहाणे और पृथ्वी शॉ जैसे स्टार बल्लेबाजों के भी विकेट शामिल थे। 

सांगवान का नाम इसलिए भी सुर्खियों में हैं क्योंकि वह रेलवे में टीटीई हैं। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी भी क्रिकेट में चमकने से पहले पश्चिम बंगाल के खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर थे। 

रेलवे में टिकट कलेक्टर हैं हिमांशु सांगवान 

24 वर्षीय सांगवान रेलवे में कार्यरत हैं और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर हैं। इसी सीजन में रणजी डेब्यू करने वाले हिमांशु सांगवान एमआरएफ पेस फाउंडेशन में ट्रेनिंग ले चुके हैं और उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा को दिया।   

टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में सांगवान ने कहा, मैं ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा से प्रेरणा लेता हूं। वह मेरे आदर्श हैं। एमआरएफ पेस फाउंडेशन में अपनी ट्रेनिंग के दौरान मैं मैक्ग्रा से काफी कुछ सीखा। मैं वहां एक छोटे कैंप (मार्च 2019) के लिए गया था। वह मेरे वीडियो देखा करते थे और मुझे बताते थे कि मुझे कहां सुधार करने की जरूरत है। वह इस खेल के लेजेंड हैं। उन्होंने मुझे एक चीज बताई, 'जब भी परेशानी में हो तो, अपने बेसिक की तरफ जाओ।'

सांगवान ने कहा, 'मैंने उनकी देखरेख में कई गेंदें फेंकी। हर सेशन के बाद वह मुझे प्रेरित करते थे और कई तकनीकी चीजें बताते थे। अपने बेसिक पर कायम रहो और धैर्यवान बने रहो-मैक्ग्रा की ये दो चीजें हैं मैं हमेशा याद रखूंगा। उनके मार्गदर्शन से मुझे रणजी ट्रॉफी में बहुत मदद मिल रही है।'

रेलवे के खिलाफ रणजी मैच में मुंबई की टीम पहली पारी में 114 रन पर सिमट गई थी, इसके बाद कप्तान कर्ण शर्मा के शतक की मदद से रेलवे ने पहली पारी में 266 रन बनाते हुए 142 रन की विशाल बढ़त हासिल की थी। दूसरी पारी में सुमित सांगवान ने 60 रन देकर 5 विकेट झटकते हुए मुंबई को 198 रन पर समेटते हुए रेलवे की 10 विकेट से जोरदार जीत का रास्ता तैयार कर दिया। रेलवे ने जीत के लिए मिले 47 रन के लक्ष्य को बिना विकेट खोए हासिल कर लिया।

सांगवान ने कहा, 'मुंबई के मैच से पहले हमारी एक टीम मीटिंग हुई थी। हमारे कोच ने कहा कि हम छुपे रुस्तम नहीं हैं। हमारी टीम में भी अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। उन्होंने कहा कि ये मत सोचो की स्ट्राइक पर कौन है, चाहे वह रहाणे हों या शॉ, अच्छी जगहों पर गेंदबाजी करो। हमने सही जगहों पर गेंदबाजी की और मुंबई जैसी टॉप टीम के खिलाफ सफलता हासिल की। एक टॉप टीम को वह भी उसके घर में हराना, एक शानदार अहसास है।' 

सांगवान ने बताया, कैसे झटके रहाणे और शॉ के विकेट

रहाणे और पृथ्वी शॉ को आउट करने के बारे में सांगवान ने कहा, 'मैं जानता था कि पृथ्वी एक आक्रामक खिलाड़ी हैं। वह हमेशा आक्रमण करने की सोचते हैं। इसलिए मैं परेशान नहीं हुआ और गति में बदलाव के साथ कुछ खास जगहों पर गेंदें डालीं। इसने पृथ्वी शॉ के खिलाफ काम किया।' 

सांगवान ने कहा, 'लेकिन जब रहाणे बैटिंग के लिए आए तो मेरे दिमाग में उनके दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक होने का ख्याल आया। वह भारत के नंबर 3 बल्लेबाज और भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान हैं। मैंने उन्हें सही जगहों पर गेंदें फेंकी और मैं चाहता था कि वह ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदें खेलें। इस तरह मैंने उन्हें आउट किया। मेरे पास रहाणे और शॉ दोनों के लिए योजना थी।'

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