2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी दमदार पारी से भारत को जीत दिलाकर चर्चित हुए मनजोत कालरा अब उम्र संबंधी फर्जीवाड़े में फंस गए हैं। कालरा पर जाली दस्तावेजों की मदद से अपनी असली उम्र छिपाने का आरोप लगा है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ये बात दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच की विशेष जांच यूनिट द्वारा राजधानी के जूनियर क्रिकेट में उम्र संबंधी धोखधड़ी के मामलों की जांच के दौरान सामने आई है।
मनजोर कालरा पर अपनी उम्र एक साल कम बताने का आरोप
मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट, तीस हजारी कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के मुताबिक, मनजोत कालरा की वास्तविक जन्म तिथि 15 जनवरी 1998 है, न कि बीसीसीआई के रिकॉर्ड्स में दर्ज 15 जनवरी 1999, क्योंकि एफआईआर दर्ज करने के समय कालरा बालिग नहीं थे, इसलिए उनके माता-पिता-रंजीर कौर और प्रवीण कुमार के नाम पर चार्जशीट दाखिल की गई थी।
कालरा की तरह ही नगर निगम के अधिकारियों से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने वाले 11 अन्य खिलाड़ियों के माता-पिता के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की गई है।
जब दिल्ली पुलिस ने उन दो स्कूलों के रिकॉर्ड की जांच की, जहां कालरा का रिकॉर्ड दर्ज है, तो उसने इस स्टार खिलाड़ी के जन्मतिथि में के जन्मतिथि में विसंगतियां पाईं।
चार्जशीट के मुताबित, कालरा के माता-पिता द्वारा उनकी जन्मतिथि में एक साल का बदलाव करने के लिए फर्जी शपथपत्र दिया गया था।
चार्जशीट के मुताबिक, 'ये स्पष्ट है कि मनजोत कालका की जन्म तिथि उनके पेरेंट्स द्वारा बदली गई जिससे उन्हें दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के लिए खेलते हुए अनुचित लाभ मिल सके।'
हालांकि मनजोत के पिता ने इन आरोपों को गलत बताया है और कहा है, 'जब पहली बार उन्हें स्कूल में भर्ती कराया गया था, तो एक रिश्तेदार द्वारा दर्ज कराई गई एंट्री गलत थी और हमने बाद में इसे सही करा दिया था। उसकी असली जन्मतिथि 1999 है।'
एक और चर्चित क्रिकेटर नीतीश राणा के जन्मतिथि प्रमाणपत्र के साथ कथित तौर पर अंडर-15 क्रिकेट खेलने के दौरान फर्जीवाड़ा किया गया था। आईपीएल में मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके 25 वर्षीय राणा ने दिल्ली के लिए 30 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं।
चार्जशीट के मुताबिक, 'ये साबित होता है कि डीडीसीए के लिए आवेदन करने के दौरान नीतीश राणा द्वारा दिया गया बर्थ सर्टिफिकेट फर्जी था। इस पूरे प्रकरण को दारा सिंह राना (पिता) द्वारा अंजा दिया गया, जिससे डीडीसीए के लिए खेलते हुए अपने बेटे को अनचाहा फायदा दिलाया जा सके।'
फर्जी जन्मतिथि प्रमाणपत्र देने के मामले में इन क्रिकेटरों के परिजनों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की गई है- इनमें हर्ष त्यागी, अकंति प्रताप सिंह, हर्षित सेठी, राजा खान, भरत गुप्ता, प्रशांत भंडारी, प्रतीक कौशिक और सारंग रावत शामिल हैं।