'पिछले पांच महीने बहुत मुश्किल भरे थे', दीपक चाहर ने बताई चोट से वापसी की पूरी कहानी

दीपक चाहर 6 महीने बाद चोट के बाद वापसी के लिए तैयार हैं। 30 साल के दीपक चाहर को जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया है। चाहर की नजर अब टी20 विश्वकप की टीम में जगह बनाने पर है। एक वीडियो में चाहर ने अपनी रिकवरी की यात्रा बताई और चोट से वापसी की कहानी बताई।

By शिवेंद्र राय | Published: August 12, 2022 11:56 AM

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ठळक मुद्देदीपक चाहर जिम्बाब्वे के खिलाफ होने वाली सीरीज से वापसी करेंगेएशिया कप के लिए दीपक को स्टैंडबाय के तौर पर रखा गया हैटी20 विश्वकप की टीम में जगह बनाना चाहते हैं चाहर

नई दिल्ली: चोट के कारण लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे स्विंग गेंदबाज दीपक चाहर जिम्बाब्वे के खिलाफ होने वाली सीरीज से वापसी करेंगे। जिम्बाब्वे सीरीज दीपक के लिए एक बेहतरीन मौका हो सकती है क्योंकि अगर यहां दीपक का जलवा चला तो उन्हें अब भी एशिया कप के लिए टीम में चुना जा सकता है। दीपक को फिलहाल एशिया कप के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। अगर दीपक ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना वही प्रदर्शन दोहराया जिसके लिए वह जाने जाते हैं तो वह टी20 विश्वकप की टीम में भी जगह बना सकते हैं। 

बीते कुछ महीने दीपक चाहर के लिए कितने मुश्किल रहे और उन्होंने वापसी के लिए कितनी मेहनत की इसकी कहानी खुद दीपक ने बताई है। आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के सोशल मीडिया पेज पर चाहर ने अफनी रिकवरी की पूरी कहानी बताई है। चाहर ने बताया, "वे 5 महीने बहुत मुश्किल थे। पहले हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई, फिर मुझे दांत की सर्जरी करवानी पड़ी। इसके बाद पीठ में स्ट्रैस फ्रैक्चर हो गया, जिसे ठीक होने में 8 हफ्ते का वक्त लग गया। इसके बाद मैंने अपना रिहैबिलिटेशन शुरू किया। मैं जब अपने रिहैब के बीच में था, उसी दौरान पीठ में चोट लग गई थी। इसके बाद मुझे नए सिरे से फिर पूरा रिहैब शुरू करना पड़ा। शुरू से ही, मेरा सपना रहा है कि मैं भारत के लिए विश्व कप खेलूं और देश के लिए मैच जीतूं।"

चाहर अपनी शानदार स्विंग गेंदबाजी के अलावा निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते हैं। इसके बारे में चाहर ने कहा,  "मेरी मानसिकता हमेशा से एक जैसी रही है। अगर मुझे बल्लेबाजी करने का मौका मिला, तो मैं बल्लेबाजी करूंगा और टीम को मैच जिताने की पूरी कोशिश करूंगा। मैं नंबर 8 पर खेलता हूं और उस नंबर पर निचले बल्लेबाजों से बहुत ज्यादा मदद नहीं मिल पाती है। खेल खत्म करना मेरा काम है क्योंकि मुझसे नीचे कोई ऐसा नहीं है जो यह जिम्मेदारी निभा सके। हर समय उस दबाव को झेलना मुश्किल होता है, लेकिन लोग आपको एक हीरो के तौर पर याद करते हैं।"

चाहर फिलहाल चेन्नई में अभ्यास कर रहे हैं। उन्हेंने बताया, "लंबे समय के बाद चेन्नई में वापस आना अच्छा है। इस शहर ने मुझे इतना दिया है कि घर जैसा लगता है। मैं जिम्बाब्वे जाने से पहले यहां अभ्यास करना चाहता था। जब आप चोट से वापस आते हैं तो सीधे मैदान में उतरकर 100 फीसदी देना उतना आसान नहीं होता है। आपको एक-एक कदम लेना पड़ता है, ताकि सही समय पर आप लय हासिल कर सकें।"

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