नई दिल्ली, 13 अप्रैल: भारत के पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे ने कहा है कि दिनेश कार्तिक ने जिस मजबूती से वापस इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा है, इससे वह बहुत खुश हैं। साथ ही मोरे ने यह भी बताया कि कैसे एक वक्त पर दिनेश कार्तिक विकेटकीपिंग छोड़ केवल बल्लेबाज बनने की तैयारी में लगे थे। कार्तिक फिलहाल आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान हैं और पिछले महीने श्रीलंका में खेली गई निदाहास ट्रॉफी में फाइनल में छक्का लगाकर उन्होंने भारत को चैम्पियन बनाया था।
कार्तिक ने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट में जबर्दस्त वापसी की जब उन्हें इंग्लैंड में हुए आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए तीन साल बाद भारतीय टीम में चुना गया। साथ ही उनका चयन वेस्टइंडीज दौरे के लिए भी हुआ। (और पढ़ें- IPL 2018: एक विकेट लेने वाले राशिद खान को मिला 'मैन ऑफ द मैच', भज्जी ने भी की तारीफ! जानिए क्यों)
विकेटकीपिंग छोड़ दी थी कार्तिक ने!
मुंबई में एक कार्यक्रम में 55 साल के किरण मोरे ने कहा, 'उन्होंने (दिनेश कार्तिक) जिस तरह से वापसी की, उससे मैं खुश हूं। मैं थोड़ा उनसे खुश नहीं था जब उन्होंने कुछ समय के लिए विकेटकीपिंग छोड़ दी थी। जब धोनी ने टेस्ट से संन्यास लिया तो वह वापस विकेटकीपिंक की ओर आए। विकेटकीपर्स के लिए आसान नहीं होता। धोनी कप्तान के तौर पर हर फॉर्मेट में खेल रहे थे। ऐसे में दूसरे विकेटकीपरों के लिए मौका आसान नहीं रहता। डीके के लिए मानसिक रूप से वह काफी मुश्किल वक्त रहा होगा।'
मोरे ने आगे कहा, 'जिस तरह उन्होंने वापसी की वह अविश्वसनीय है। उन्होंने काफी लंबा इंतजार किया। उनमें हमेशा से टैलेंट था। वह शानदार विकेटकीपर हैं। उन्होंने जो आज हासिल किया है वह उससे कहीं आगे जा सकते थे।'
भारत के लिए 1986 से 1993 के बीच 49 टेस्ट खेलने वाले मोरे ने अपने करियर में 130 बल्लेबजों को पविलियन भेजा। इसमें 20 स्टम्पिंग हैं। मोरे फिलहाल मुंबई इंडियंस के विकेटकीपिंग कोच हैं और पूर्व में राष्ट्रीय टीम के मुख्य चयनकर्ता भी रह चुके हैं। (और पढ़ें- IPL 2018: मुंबई इंडियंस ने केवल 20 लाख में खरीदा था मयंक मार्कंडे को, पर्पल कैप पर कब्जा कर छा गए)