जम्मू-कश्मीर के 18 वर्षीय खिलाड़ी का गली क्रिकेट से आईपीएल तक रोचक सफर, जानें इरफान पठान ने कैसे की आगे बढ़ने में मदद

Abdul Samad: जम्मू-कश्मीर के 18 वर्षीय अब्दुल समद को आईपीएल 2020 नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद ने 20 लाख रुपये में खरीदा

By अभिषेक पाण्डेय | Published: January 02, 2020 9:41 AM

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ठळक मुद्देअब्दुल समद को आईपीएल नीलामी में हैदराबाद ने 20 लाख में खरीदासमद ने 2019 में किया अपना टी20, लिस्ट-ए और रणजी ट्रॉफी डेब्यू

आईपीएल 2020 की नीलामी में जम्मू-कश्मीर के 18 वर्षीय क्रिकेटर अब्दुल समद को सनराइजर्स हैदराबाद ने 20 लाख रुपये में खरीदा। एक गली क्रिकेटर से आईपीएल में पहुंचने तक का समाद का सफर बेहद रोचक और उतार-चढ़ावों से भरा है। 

राजौरी से आने वाले समद की इस क्रिकेट यात्रा में भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने अहम भूमिका निभाई है। समाद की प्रतिभा को सबसे पहले इरफान पठान ने ही पहचाना था और उन्होंने इस युवा खिलाड़ी को निखरने में बहुत मदद की। 

सबसे पहले इरफान ने पहचानी थी समद की प्रतिभा

क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, इरफान को सबसे पहले समद की प्रतिभा की झलक जम्मू-कश्मीर रणजी टीम के लिए आयोजित एक कैंप के दौरान जम्मू स्थित साइंस कॉलेज मैदान पर मिली थी।

इरफान बताते हैं, 'जिस बात ने मेरा ध्यान खींचा वह थी उनका ऊपरी क्रम और उस सूखे मैदान पर बैटिंग करने की क्षमता जिस पर सीनियर बल्लेबाज भी संघर्ष कर रहे थे। गेंद नीची रह रही थी, लेकिन मैंने देखा कि एक युवा बल्लेबाज वहां बिना किसी परेशानी के बैटिंग कर रहा था।' 

पूरी घाटी में प्रतिभाओं की तलाश के लिए कई टूर्नामेंट आयोजित कर चुके इरफान ने कहा, 'मैंने तुरंत ही जूनियर सर्किट में उसका स्कोर पता किया। मैं बहुत प्रभावित हुआ। मैं उसे छोटे फॉर्मेट के मैचों में आजमाना चाहता था। इसलिए सैयद मुश्ताक अली 2018-19 सीजन के दौरान उसने नागालैंड के लिए डेब्यू किया और 51 गेंदों में 76 रन ठोकते हुए हमें मैच जीतने में मदद की।'

समद ने 2019 में क्रिकेट करियर में लगाई बड़ी छलांग

18 वर्षीय समद के लिए पिछले 10 महीने क्रिकेट करियर के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण रहे। उन्होंने पिछले साल अपना टी20, लिस्ट-ए और रणजी ट्रॉफी डेब्यू किए और दिसंबर में आईपीएल नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 20 लाख रुपये में खरीदा। इसके साथ ही वह परवेजा रसूल, मंजूर डार और राशिद सलाम के बाद आईपीएल करार हासिल करने वाले जम्मू-कश्मीर के चौथे क्रिकेटर बन गए। 

समद की प्रतिभा के बारे में इरफान ने कहा, 'इसमें कोई दो राय नहीं है कि वह एक उभरते हुए क्रिकेटर हैं, लेकिन कुछ चीजें उन्हें एक आकर्षक खिलाड़ी बनाती है। पहला, वह कहीं भी बैटिंग कर सकते हैं और अपनी मर्जी से छक्के जड़ सकते हैं। वह अच्छे कलाई के स्पिनर हैं। उनके पास गुगली का हथियार है और वह पार्ट टाइमर के लिए इसे बहुत ही सटीक तरीके से फेंकते हैं।' पठान को उम्मीद है कि समाद को सनराइजर्स हैदराबाद के लिए कई मैच खेलने का मौका मिलेगा।

रणजी ट्रॉफी में समद ने 72 गेंदों में जड़ा पहला शतक

वर्तमान रणजी ट्रॉफी सीजन में समद पांच पारियों में 242 रन बना चुके हैं, जिनमें एक शतक और दो अर्धशतक जड़े हैं। उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक रणजी ट्रॉफी में असम के खिलाफ 72 गेंदों में 103 रन की नाबाद पारी खेलते हुए जड़ा, जिनमें आठ छक्के और सात चौके शामिल हैं। 

समद ने कहा, 'मैं हर चीज के लिए इरफान सर का कृतज्ञ हूं। उनका जम्मू-कश्मीर क्रिकेट से जुड़ना सोने पे सुहागा जैसा हो गया। मुझे नहीं लगता कि मैं यहां तक पहुंच पाता। उन्होंने मेरी बहुत मदद की है और हमेशा मेरा समर्थन किया है।' 

उन्होंने कहा, 'लेकिन अब मुझे और कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि मेरी यात्रा अभी शुरू ही हुई है।'

समद के पिता मोहम्मद फारूक को अच्छी तरह याद है जब उनके बेट ने गली क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उन्होंने कहा, 'हम जम्मू के उस्ताद मोहल्ला में रहते थे। उसने अपने बड़े भाई (तैयब फारूक) के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया।'

पेशे से फिजिकल एजूकेशन मास्टर फारूक ने कहा, 'इसके बाद हम पास के एक पार्क में शिफ्ट हो गए और अब वह जम्मू-कश्मीर के लिए खेल रहा है। उम्मीद है कि एक दिन वह अपने देश के लिए खेलेंगे।' 

टॅग्स :अब्दुल समदइरफान पठानजम्मू कश्मीरइंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)सनराइज़र्स हैदराबाद

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