IPL window extended: आईपीएल फैंस के लिए खुशखबरी है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 2024 से शुरू होने वाले आगामी भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) के लिए ढाई माह का समय दिया है। आठ टीमें के आईपीएल में 60 मैच होते थे लेकिन गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जायंट्स के जुड़ने के बाद इस बार 10 टीमों के आईपीएल में कुल 74 मैचों का आयोजन हुआ।
भविष्य में मैचों की संख्या 84 और फिर 94 होगी। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के शेड्यूल में क्रमशः ‘द हंड्रेड’ और बीबीएल को भी शामिल किया गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में फ्रेंचाइज़ी टी 20 लीग की बढ़ती प्रधानता देखी जा रही है। 2014 और 2021 के बीच आईपीएल आठ टीमों के बीच खेला गया था और इसमें एक सीजन में 60 मैच थे।
2022 में इसका विस्तार दस टीमों और 74 मैचों तक हुआ। जून में अगले पांच वर्षों के लिए अपने मीडिया अधिकारों की बिक्री पर बीसीसीआई ने 2023 में 74 मैचों और 24, 2025 और 26 में प्रत्येक के 84 मैचों से लेकर प्रति सीजन में अलग-अलग मैचों की संख्या निर्धारित की थी और अधिकतम 2027 में सौदे के अंतिम वर्ष के लिए 94 मैच हैं।
पिछले महीने आईपीएल मीडिया अधिकार करार से इतर बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पुष्टि की थी कि अगले एफटीपी में चकाचौंध से भरे इस टी20 लीग के लिए ढाई महीने के समय का प्रावधान होगा। शाह ने 13 जून को दिये साक्षात्कार में कहा था, ‘‘ अगले आईसीसी एफटीपी कैलेंडर से आईपीएल में ढाई महीने की आधिकारिक विंडो होगी, ताकि सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भाग ले सकें। हमने विभिन्न बोर्डों के अलावा आईसीसी के साथ भी चर्चा की है।’’
‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी के मसौदे में आईपीएल के लिए दो सप्ताह अधिक का समय है। पहले यह मार्च के आखिर से मई के आखिर तक चलता था लेकिन अब दो सप्ताह के विस्तार के साथ यह जून तक चलेगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) हालांकि इसका विरोध करेगा क्योंकि उसके खिलाड़ी इस लीग से प्रतिबंधित है।
रमीज राजा को आईसीसी के अन्य सदस्य से समर्थन मिलने की संभावना नहीं है। आईपीएल विदेशी खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा रकम का भुगतान करता है। खिलाड़ी के वेतन का 10 प्रतिशत हिस्सा उसके संबंधित बोर्ड को मिलता है। ऐसे में अधिकांश शीर्ष देश आईपीएल के दौरान कोई मैच नहीं रखते है।
पाकिस्तान के विरोध के बारे में पूछे जाने पर आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने हंसते हुए इसका जवाब दिया, ‘‘रमीज के साथ समस्या यह है कि उसे अपने देश की मीडिया से कुछ बातें कहनी होती हैं और वह वही करता है जो उचित होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आईसीसी की बैठकों में हालांकि उनका प्रदर्शन वैसा नहीं होता है।
उन्होंने कभी भी जोरदार विरोध नहीं किया। उन्हें पता है कि यह हो रहा है। बोर्ड इसे चाहता है और खिलाड़ी इसे चाहते हैं।’’ ईसीबी (इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हालांकि दोनों यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि यह कार्यक्रम का निर्धारण इस तरह से हो की दोनों देशों के बड़े खिलाड़ी अधिकांश मैचों के लिए उपलब्ध रहे। अंतिम मसौदा 25 और 26 जुलाई को बर्मिंघम में आईसीसी की वार्षिक आम बैठक में पेश किए जाने की उम्मीद है।