Highlightsकोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में 4000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैसरकार द्वारा वीजा पांबदियों की वजह से विदेशी खिलाड़ी 15 अप्रैल तक नहीं होंगे आईपीएल के लिए उपलब्ध
नई दिल्ली: घातक कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए सरकार की वीजा पाबंदियों के कारण कोई भी विदेशी खिलाड़ी इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के लिए 15 अप्रैल तक उपलब्ध नहीं होगा। बीसीसीआई सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी जिससे टूर्नामेंट के भविष्य पर संशय के बादल छा गए हैं।
आईपीएल को खाली स्टेडियम में कराए जाने की संभावना बढ़ रही है लेकिन इस लीग को स्थगित किए जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि 29 मार्च से मुंबई में शुरू हो रही इस प्रतियोगिता के शुरुआती चरण में लगभग 60 विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होंगे।
बीसीसीआई सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘आईपीएल में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजेनस वीजा की श्रेणी में आते हैं। सरकार के निर्देशों के अनुसार वे 15 अप्रैल तक नहीं आ सकते।’’ आईपीएल के भविष्य पर फैसला 14 मार्च को मुंबई में इसकी संचालन परिषद की बैठक के दौरान किया जाएगा।
सूत्र ने कहा, ‘‘सभी फैसले मुंबई में संचालन परिषद की बैठक में किए जाएंगे।’’ देश में कोरोना वायरस के नए मामलों को देखते हुए सरकार ने परामर्श जारी करके सभी मौजूदा विदेशी वीजा 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिए हैं। राजनयिक और कामकाजी वीजा जैसी कुछ श्रेणियों में हालांकि छूट दी गई है। भारत में अब तक कोरोना वायरस के 60 मामले सामने आ चुके हैं। इस विषाणु के कारण दुनिया भर में 4000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
विदेशी खिलाड़ियों को भारत देता है बी-स्पोर्ट्स वीजा
गृह मंत्रालय द्वारा जारी ‘भारत की ओर से दिये गए वीजा विवरण’ नियमावली के अनुसार, ‘‘विदेशी नागरिक जो वेतन के लिए अनुबंध पर इंडियन प्रीमियर लीग, इंडिया सॉकर लीग जैसी व्यावसायिक खेल प्रतियोगिताओं से जुड़े हैं। उन्हें ‘बी-स्पोर्ट्स’ वीजा जारी किया जा सकता है जिसमें बहु प्रवेश की सुविधा होगी। ऐसे विदेशी नागरिक को कर के भुगतान जैसे सभी वैधानिक दायित्वों का निर्वहन करना होगा। ’’
बीसीसीआई सूत्र ने कहा कि सरकार के निर्देश में बिजनेस वीजा धारकों को विशिष्ट तौर पर छूट का निर्देश नहीं दिया गया है। सूत्र ने कहा, ‘‘कामकाजी वीजा, जिसे छूट दी गई है और बिजनेस वीजा के बीच अंतर स्पष्ट है। इसलिए बेहतर है कि हम जोखिम नहीं लें।’’
विदेशी खिलाड़ियों के बिना आईपीएल को खाली स्टेडियम में कराने के विकल्प पर विचार किया जा सकता है लेकिन इससे टूर्नामेंट की वह चमक नहीं रहेगी जिसने इसे दुनिया की सबसे सफल टी20 लीग बनाया है।
सूत्र ने कहा, ‘‘भविष्य दौरा कार्यक्रम इस तरह है कि अगर आईपीएल को स्थगित किया जाता है तो अधिकांश बड़े विदेशी खिलाड़ी शायद उपलब्ध नहीं हों क्योंकि अप्रैल-मई के बाद कोई विंडो उपलब्ध नहीं है। सभी अन्य टीमों की द्विपक्षीय प्रतिबद्धताएं हैं। सर्वश्रेष्ठ यह हो सकता है कि हम इसे खाली स्टेडियम में कराएं।’’ महाराष्ट्र और कर्नाटक सरकार पहले ही मुंबई इंडियन्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलोर के घरेलू मैचों के आयोजन को लेकर चिंता जता चुकी है।
आईपीएल 2020 का आयोजन 29 मार्च से 24 मई तक किया जाना है और इसमें कुल आठ टीमें हिस्सा ले रही हैं।