आईपीएल 2019 के फाइनल में आखिरी गेंद तक चले बेहद रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स को मुंबई इंडियंस के हाथों फाइनल में 1 रन से करीबी हार का सामना करना पड़ा।
हैदराबाद में खेले गए इस फाइनल मुकाबले में जीत के साथ ही मुंबई इंडियंस ने रिकॉर्ड पांचवीं बार आईपीएल खिताब पर कब्जा जमा लिया।
इस मैच में चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी के रन आउट को लेकर विवाद खड़ा हो गया, जिसे चेन्नई की हार का वजह माना जा रहा है। थर्ड अंपायर निजेल लॉन्ग ने एक बेहद करीबी मामले पर धोनी को रन आउट दे दिया।
धोनी के रन आउट को लेकर पैदा हुआ कंफ्यूजन
जीत के लिए मिले 150 रन के लक्ष्य के जवाब में मुंबई ने चेन्नई को तीन झटके जल्द दे दिए और फाफ डु प्लेसिस (26) के बाद सुरेश रैना (8) और अंबाती रायुडू (1) भी लगातार ओवरों में आउट हो गए और जब धोनी बैटिंग के लिए उतरे तो चेन्नई का स्कोर 73/3 था और मैच किसी भी ओर जा सकता था।
हार्दिक पंड्या द्वारा फेंके गए चेन्नई की पारी के 13वें ओवर की चौथी गेंद पर शेन वॉटसन ने लेग साइड पर शॉट खेलकर एक रन पूरा किया। मिडविकेट से गेंदबाजी एंड पर फेंका गया थ्रो डीप एरिया में चला गया और वहां किसी फील्डर को न देख धोनी ने ओवरथ्रो पर रन लेने का फैसला किया। इस बीच ईशान किशन का डायरेक्ट थ्रो स्टंप्स पर जा लगा और उसी समय धोनी ने भी क्रीज में बल्ला रख दिया।
फील्ड अंपायर ने फैसला थर्ड अंपायर निजेल लॉन्ग को सौंपा, जिनके लिए ये फैसला करना आसान नहीं था कि धोनी रन आउट हैं या नहीं? अलग-अलग कैमरा ऐंगल्स ने भी और कंफ्यूजन की स्थिति पैदा की। कई ऐंगल से ऐसा लग रहा था कि जब गेंद स्टंप से टकराई तो धोनी का बैट क्रीज की लाइन पर पहुंच चुका था, जबकि कुछ ऐंगल से ये स्पष्ट नहीं था कि गेंद पहले स्टंप से टकराई या बल्ला क्रीज में पहुंचा?
टीवी कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने एक ऐंगल के आधार पर कहा कि धोनी क्रीज से बाहर थे और उन्हें आउट दिया जाना चाहिए। काफी रिप्ले देखने के बाद संदेह का लाभ बल्लेबाज को न देते हुए थर्ड अंपायर निलेज लॉन्ग ने आखिरकार एमएस धोनी को रन आउट देने का फैसला किया। धोनी 8 गेंदों में 2 रन बनाकर रन आउट हो गए और चेन्नई सुपरकिंग्स को सीजन-12 के अपने सबसे कामयाब बल्लेबाज के सस्ते में आउट होने की कीमत खिताब गंवाकर चुकानी पड़ी।
धोनी के रन आउट फैसले को लेकर कई फैंस ने सोशल मीडिया में नाराजगी जताई और इस फैसले को चेन्नई की हार की वजह बता दिया।
धोनी के आउट होने के बाद हालांकि शेन वॉटसन ने 80 रन की जोरदार पारी खेली लेकिन मुंबई के तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा ने आखिरी दो ओवरों में शानदार गेंदबाजी करते हुए मुंबई को 1 रन से खिताबी जीत दिला दी। मुंबई की टीम इस जीत के साथ चार आईपीएल खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई।