IPL 2018: आखिर क्यों KKR ने छोड़ा अपने सबसे सफल कप्तान गौतम गंभीर का साथ?

गंभीर की कप्तानी में कोलकाता नाइटराइडर्स ने 2012 और 2014 में दो बार आईपीएल का खिताब जीता

By अभिषेक पाण्डेय | Published: January 5, 2018 06:08 PM2018-01-05T18:08:47+5:302018-01-05T18:15:04+5:30

IPL 2018 Player Retention: Why KKR did not retain Gautam Gambhir | IPL 2018: आखिर क्यों KKR ने छोड़ा अपने सबसे सफल कप्तान गौतम गंभीर का साथ?

Gautam Gambhir KKR

googleNewsNext

आईपीएल 2018 के लिए आठों टीमों ने उन खिलाड़ियों की लिस्ट जारी कर दी है जिन्हें उन्होंने रिटेन किया है या अपने साथ बनाए रखा है। ज्यादतर टीमों ने अपने स्टार खिलाड़ियों को रिटेन किया है, जैसे चेन्नई ने धोनी को, आरसीबी ने कोहली को, मुंबई ने रोहित को, हैदराबाद ने डेविड वॉर्नर जैसे अपने स्टार खिलाड़ी को रिटेन किया है। 

लेकिन इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाले नाम है केकेआर के कप्तान रहे गौतम गंभीर का, जिन्हें उनकी टीम ने रिटेन न करते हुए नीलामी के लिए भेज दिया है। गंभीर की कप्तानी में कोलकाता ने 2012 और 2014 में दो बार आईपीएल का खिताब भी जीता। लेकिन बावजूद इसके कोलकाता ने अपने इस कप्तान को रिटेन न करने का फैसला करते हुए सबको चौंका दिया। कोलकाता ने सुनील नारायण (8.5 करोड़ रुपये) और आंद्रे रसेल (7 करोड़ रुपये) को रिटेन किया है।

केकेआर ने छोड़ा अपने सबसे कामयाब कप्तान का साथ
गौतम गंभीर और कोलकाता नाइटराइडर्स का रिश्ता काफी हद तक वैसा ही रहा है जैसा कि चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ एमएस धोनी का। लेकिन चेन्नई ने दो साल के बैन के बाद वापसी करते हुए जहां धोनी को 15 करोड़ रुपये में रिटेन किया तो वहीं कोलकाता ने छह साल साथ रहने वाले गंभीर का साथ छोड़ दिया। तो जो लोग गंभीर की  36 साल की उम्र को इसकी वजह बता रहे हैं उनके पास इस सवाल का क्या जवाब होगा कि आखिर चेन्नई ने 36 साल के धोनी को 15 करोड़ रुपये देकर क्यों खरीदा? 

2011 में शुरू हुआ था गंभीर और केकेआर का रिश्ता
कोलकाता नाइटराइडर्स ने गौतम गंभीर को 2011 में 2.5 मिलियन डॉलर ( 11 करोड़ रुपये) की भारीभरकम कीमत में खरीदा था। गंभीर ने कोलकाता को निराश भी नहीं किया और अपनी बेहतरीन बैटिंग और लाजवाब कप्तानी से उसे अगले ही साल 2012 में फाइनल में चेन्नई  जैसी मजबूत टीम को मात देते हुए आईपीएल चैंपियन बना दिया। गंभीर यही नहीं रुके और 2014 में कोलकाता को फिर से आईपीएल का खिताब दिलाया। 

हालांकि इसके बाद के दो सालों में कोलकाता की टीम फाइनल में नहीं पहुंच सकी। लेकिन टॉप-4 टीमों में जरूर शामिल रही। न सिर्फ कप्तान बल्कि एक बल्लेबाज के तौर पर भी गंभीर ने कोलकाता के लिए जमकर रन बनाए। गंभीर ने कोलकाता के लिए 122 आईपीएल मैचों में 3345 रन बनाए और 30 अर्धशतक जड़े। यानी न सिर्फ कप्तान बल्कि बल्लेबाज के तौर पर भी गौतम गंभीर केकेआर के लिए सबसे काफी कामयाब रहे।  

कोलकाता ने इस वजह से छोड़ा गंभीर का साथ
गौतम गंभीर की उम्र 36 साल हो चुकी है और कोलकाता नाइटराइडर्स का थिंक टैंक अब भविष्य की ओर देखते हुए किसी युवा खिलाड़ी को टीम में शामिल करना चाहता है। शायद वही वजह है कि उन्होंने गंभीर को रिटेन नहीं किया। दूसरी वजह ये है कि गंभीर को रिटेन करने पर कोलकाता को उन्हें 15 करोड़ रुपये देने पड़ते जो वह नीलामी में किसी और बड़े खिलाड़ी पर लगाना चाहते हैं। गंभीर अब टीम इंडिया के लिए भी नहीं खेलते तो उनकी ब्रैंड वैल्यू भी पहले जितनी मजबूत नहीं रही जिसका कोलकाता को फायदा मिले। इन्हीं कारणों से केकेआर ने अपने सबसे कामयाब कप्तान का साथ छोड़ना ही ठीक समझा।

गंभीर ने पिछले साल आईपीएल में कहा था कि उनकी ख्वाहिश अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए खेलते हुए अपने आईपीएल करियर के समापन पर है। तो हो सकता है कि गंभीर की ये ख्वाहिश 27-28 जनवरी को होने वाली नीलामी में गंभीर को खरीदते हुए पूरी कर दे। दिल्ली ने दो युवा खिलाड़ियों ऋषभ पंत (8 करोड़), क्रिस मॉरिस (7.1 करोड़) और श्रेयस अय्यर (7 करोड़)  को रिटेन किया है। ऐसे में एक सीनियर के तौर पर यहां गंभीर के लिए मौका बन सकता है। 

Open in app