पुणे, 20 मई। किंग्स इलेवन पंजाब को आईपीएल 2018 के प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करनी होगी। पंजाब और चेन्नई का सामना आईपीएल 2018 के आखिरी लीग मुकाबले में पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में शाम आठ बजे होगा। इस मैच में पंजाब को सिर्फ जीत ही नहीं, बल्कि प्लेऑफ में जगह बनाने की उम्मीद रखने के लिए नेट रन रेट को बढ़ाने पर भी ध्यान लगाना होगा।
पंजाब के इस समय 13 मैचों में 7 हार और 6 जीत के साथ 12 अंक हैं। उसके साथ मुंबई इंडियंस के भी इतने ही अंक हैं और उसका भी एक मैच बचा है। मुंबई को भी प्लेऑफ में क्वालिफाई करने के लिए एक जीत की जरूरत है, लेकिन अगर पंजाब की टीम बड़े अंतर से नहीं जीतती है तो उसके लिए प्लेऑफ में पहुंचना मुश्किल होगा। पंजाब ने अपने पहले छह मैचों में पांच में जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद टीम अपने विजयी प्रदर्शन को जारी नहीं रख पाई।
मिडल ऑर्डर पंजाब के लिए बड़ी समस्या
किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से सलामी बल्लेबाज और क्रिस गेल ने शानदार बल्लेबाजी की है, लेकिन टीम के लिए उसके मिडल ऑर्डर ने काफी परेशान किया है। एरॉन फिंच, मार्कस स्टोइनिस, मयंक अग्रवाल, युवराज सिंह मध्यम क्रम को संभालने में विफल रहे हैं। करुण नायर ने जरूर टीम की जिम्मेदारी ली है लेकिन बीते दो मैचों में वो भी शांत रहे हैं। पिछले मैच में उन्हें टीम में भी जगह नहीं मिली थी।
गेंदबाजी में टाई को छोड़ सभी हुए फेल
पंजाब के लिए बल्लेबाजी की तरह गेंदबाजी भी बड़ी समस्या है। गेंदबाजी में केवल एंड्रयू टाई (24 विकेट) ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि अफगानिस्तान के लेग स्पिनर मुजीब उर रहमान भी अच्छे रहे, लेकिन उनके चोटिल होने से टीम को नुकसान हुआ है। टीम के लिए कप्तान अश्विन का विकेट नहीं ले पाना सबसे बड़ी समस्या है। टीम को अश्विन के अलावा मोहित शर्मा से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
चेन्नई का शानदार रहा है अब तक का सफर
चेन्नई का प्रदर्शन पूरे सीजन शानदार रहा है। अंबाती रायुडू ने उसके लिए लगातार रन बनाए हैं। शेन वॉटसन ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनका बखूबी साथ दिया है। रायुडू ने 13 पारियों में 585 रन बनाए हैं और वॉटसन ने इतनी ही पारियों में 438 रन अपने खाते में डाले हैं। मध्यक्रम में सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी ने अच्छे से टीम को संभाला है और शीट एंकर का रोल निभाया है। निचलेक्रम में ड्वेन ब्रावो के रूप में बड़े शॉट खेलने वाला खिलाड़ी दो बार की इस विजेता के पास है।
गेंदबाजों ने कप्तान धोनी को कभी नहीं किया निराश
गेंदबाजी में धोनी ने जिसको मौका दिया उसने कप्तान को निराश नहीं किया। चाहे वो दीपक चहर हों, केएम आसिफ या लुंगी एंगिडी। शार्दूल ठाकुर तो उसके लिए लगातार जिम्मेदारी निभा रहे हैं। दीपक चाहर के चोट से वापसी करने के बाद चेन्नई का गेंदबाजी आकमण मजबूत हुआ है। स्पिन गेंदबाजी में रवींद्र जडेजा और हरभजन सिंह ने अपने प्रदर्शन से टीम के जीत में अहम भूमिका निभाई है, हालांकि कर्ण शर्मा कप्तान के उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए हैं।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं -
चेन्नई टीम : एमएस धोनी (कप्तान), सुरेश रैना, फॉफ डु प्लेसिस, मुरली विजय, अंबाती रायुडू, ड्वेन ब्रावो, शेन वाटसन, रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, मिशेल सैंटनर, दीपक चहर, कनिष्क सेठ, ध्रुव शौरी, क्षितिज शर्मा, चेतन्य विश्नोई, जगदीश नारायण, सैम बिलिंग, हरभजन सिंह, इमरान ताहिर, कर्ण शर्मा, शार्दुल ठाकुर, आशिफ केएम, लुंगी एंगिडी, मार्क वुड और मोनू सिंह।
पंजाब टीम : रविचंद्रन अश्विन (कप्तान), करुण नायर, डेविड मिलर, युवराज सिंह, क्रिस गेल, एरॉन फिंच, केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, मनोज तिवारी, आर. अश्विन, मार्कस स्टॉइनिस, अक्षदीप नाथ, मयंक डागर, मंजूर डार, अक्षर पटेल, अंकित राजपूत, मोहित शर्मा, मुजीब जदरान, बरिंदर सरन, एंड्रयू टाई, बेन द्वारशुइस और प्रदीप साहू।