धोनी अब भी हैं टीम के संकटमोचन, IPL के ये आंकड़े हैं सबसे बड़े सबूत

धोनी के फॉर्म की खास बात यह है कि वो यह कारनामा 36 साल की उम्र में कर रहे हैं और अलग अंदाज में खेलते नजर आ रहे हैं।

By सुमित राय | Updated: May 7, 2018 17:02 IST2018-05-07T17:02:17+5:302018-05-07T17:02:17+5:30

IPL 2018: CSK captain MS Dhoni became best finisher of IPL with explosive batting style | धोनी अब भी हैं टीम के संकटमोचन, IPL के ये आंकड़े हैं सबसे बड़े सबूत

धोनी अब भी हैं टीम के संकटमोचन, आईपीएल के ये आंकड़े हैं सबसे बड़े सबूत

आईपीएल (IPL) के 11वें सीजन में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) शानदार प्रदर्शन कर रही है और टीम प्वाइंट्स टेबल में नंबर दो पर चल रही है। टीम के साथ-साथ कप्तान धोनी का बल्ला जमकर बोल रहा है और विरोधी टीम के गेंदबाजों की क्लास लगा रहे हैं।

धोनी के शानदार फॉर्म की खास बात यह है कि वो यह कारनामा 36 साल की उम्र में कर रहे हैं और बिल्कुल ही अलग अंदाज में खेलते नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपनी धुंआधार बल्लेबाजी के दम पर अब तक कई सारे रिकॉर्ड्स बना लिए हैं।

धोनी पहली 8 गेंदों में लगा रहे हैं छक्का

धोनी इस कदर फॉर्म में हैं कि वो मैदान पर आने के बाद आठ गेंदें खेलने से पहले छक्का लगा रहे हैं, जबकि आईपीएल 2010 और 2011 में वो अपना पहला छक्का लगाने के लिए 10 गेंदों का सामना करते थे। आईपीएल में सबसे कम गेंदों में छक्का लगाने का उनका यह रिकॉर्ड है।


चौका लगाने में भी धोनी कर रहे हैं जल्दबाजी

धोनी सिर्फ छक्का लगाने पर ही निर्भर नहीं हैं वो अपनी पारी में चौका लगाने में भी जल्दबाजी दिखा रहे हैं। इस सीजन में धोनी मैदान पर आने के बाद महज 4 गेंदों के अंदर अपना पहला चौका भी जड़ रहे हैं। यह भी आईपीएल में सबसे कम समय में बाउंड्री लगाने का उनका रिकॉर्ड है। इससे पहले पुणे की तरफ से खेलते हुए एक सीजन में धोनी पहला चौका लगाने के लिए छह गेंदों का सामना करते थे, जबकि सीएसके की ओर से खेलते हुए आईपीएल के शुरुआती सीजन में वो बाउंड्री लगाने के लिए आठ गेंदों का सामना करते थे।

धोनी ने फिर साबित किया वही हैं बेस्ट फिनिशर

धोनी को हमेशा से बेस्ट फिनिशर के रूप में माना जाता है, हालांकि कुछ समय से उनके फॉर्म और स्लो बैटिंग को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। अब धोनी ने आईपीएल में अपने शानदार फॉर्म से साबित कर दिया है कि आज भी वो टीम के संकटमोचन हैं और एक बेस्ट फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं। आईपीएल के इस सीजन में धोनी की परियों पर नजर डालें तो वो यहीं चीजें बयां करती हैं।

धोनी के आंकड़ें बयां करते हैं उनके शानदार फॉर्म की कहानी

धोनी ने आईपीएल के इस सीजन में खेले 10 मैचों में 6 बार नॉट आउट रहते हुए 90 की औसत और 165.89 की स्ट्राइक रेट से 360 रन बनाए हैं और ऑरेंज कैप की रेस में तीसरे नंबर पर मौजूद हैं। धोनी ने इस सीजन के 10 मैचों में 19 चौके और 27 छक्के लगाए हैं। अब तक वो 3 अर्धशतक जड़ चुके हैं, जबकि उन्होंने सबसे ज्यादा 4 अर्धशतक साल 2013 में जड़ा था।


धोनी की ये पारियां साबित करती हैं अब भी हैं वो टीम के संकटमोचन

धोनी आईपीएल के इस सीजन में अपनी बैटिंग से साबित किया है कि वो आज भी टीम के संकटमोचन हैं। धोनी ने कोलकाता के खिलाफ 28 गेंदों में 25 रनों की पारी खेली। इसके बाद पंजाब के खिलाफ 44 गेंदों में 179.54 की स्ट्राइक रेट से 79 रनों की नाबाद पारी खेली। धोनी ने राजस्थान के खिलाफ 12 गेंदों में 208.33 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 25 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई।

धोनी ने बैंगलोर के खिलाफ 34 गेंदों में 1 चौके व 7 छक्के और 205.88 की स्ट्राइक रेट से 70 रनों की नाबाद पारी खेलकर चेन्नई को जीत दिलाई। मुंबई के खिलाफ चेन्नई को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस मैच में भी धोनी ने 21 गेंदों में 123.8 की स्ट्राइक रेट से 26 रन बनाए थे।


दिल्ली के खिलाफ मैच में धोनी ने 22 गेंदों में 2 चौके और 5 छक्के की मदद से 51रनों की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को 211 का स्कोर बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। कोलकाता के खिलाफ धोनी ने 25 गेंदों में 172 के स्ट्राइक रेट से 43 रनों की नाबाद पारी खेली। वही बैंगलोर के खिलाफ 23 गेंदों में 134.78 की स्ट्राइक रेट से 31 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई। (सभी आंकड़े 6 मई तक खेले गए मैच के अनुसार हैं)

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