नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान इंजमाम उल हक का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में इंजमाम ये दावा करते नजर आ रहे हैं कि भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह इस्लाम कबूल करना चाहते थे और धर्म परिवर्तन से बस थोड़ी ही दूर थे। इस वीडियो में इंजमाम दावा करते दिख रहे हैं कि पाकिस्तान के एक मौलाना की तकरीर से हरभजन बेहद प्रभावित थे।
अब इस वीडियो पर हरभजन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये लोग कुछ भी बकते हैं। हरभजन ने एक्स पर लिखा, "ये कौन सा नशा पी कर बात कर रहा है, मैं एक गौरववान्वित भारतीय और सिख हूं, ये लोग कुछ भी बकते हैं।"
दरअसल इंजमाम का कहना था एक समय ऐसा था जब हरभजन मौलाना तारिक जमीन से इतने प्रभावित हो गए थे कि उन्होंने अपना धर्म बदलकर इस्लाम अपनाने की इच्छा जता दी थी। इसी वीडियो में इंजमाम ये दावा भी किया कि वेस्टइंडीज के क्रिकेटर ब्रायन लारा भी इस्लाम से बेहद प्रभावित थे। इंजमाम ने कहा कि उनकी टीम के सदस्य विदेशी दौरों के दौरान भी दूसरी टीम के खिलाड़ियों को दावत पर बुलाते थे और उन्हें इस्लाम के बारे में बताते थे।
हरभजन का जिक्र करते हुए इंजमाम ने कहा, "मौलाना तारिक जमील रोज हमसे मिलने आते थे। नजाम पढ़ने के लिए एक कमरा था। एक या दो दिन हमने इरफान पठान, जहीर खान और मोहम्मद कैफ को भी नमाज पढ़ने के लिए बुलाना शुरू किया। उनके साथ 2-3 भारतीय खिलाड़ी भी शामिल हो जाते थे। वो सभी मौलाना की बाते सुनते थे। हरभजन ने एक बार मुझसे कहा कि दिल कहता है कि मैं मौलाना जो भी कह रहे हैं मुझे वो मान लेना चाहिए।"
इंजमाम धर्म पर ही बोल रहे थे और कह रहे थे कि हम लोग अपने दीन पर सही तरीके से अमल नहीं कर रहे हैं। अब सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया में यूजर कह रहे हैं कि पाकिस्तान टीम खराब हालत और देश में क्रिकेट के बर्बाद होने का कारण यही था कि पाकिस्तानी खिलाड़ी खेल से ज्यादा दूसरे खिलाड़ियों का धर्म परिवर्तन कराने पर ध्यान देते थे।