भारत की विमेंस क्रिकेट टीम के कोच के लिए गुरुवार को इंटरव्यू, रमेश पवार समेत ये बड़े दावेदार रेस में

भारत की महिला टीम के कोच के तौर पर रमेश पवार का विवादास्पद अंतरिम कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म हुआ था।

By भाषा | Published: December 19, 2018 5:51 PM

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ठळक मुद्देभारत की विमेंस टीम के कोच के लिए होना है इंटरव्यूगैरी कर्स्टन, हर्शल गिब्स और रमेश पवार सहित कई और दावेदार रेस में

मुंबई: भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नए कोच की नियुक्ति के लिए गुरुवार को यहां बीसीसीआई का चयन पैनल साक्षात्कार लेगा जिसमें गैरी कर्स्टन, हर्शल गिब्स और रमेश पवार सहित अन्य दावेदार हिस्सा लेंगे।

इस पद के लिए 28 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था और जिन दावेदारों को साक्षात्कार के लिए छांटा गया है उनमें कर्स्टन, गिब्स और पवार के अलावा डब्ल्यूवी रमन, वेंकटेश प्रसाद, मनोज प्रभाकर, ट्रेंट जानस्टन, मार्क कोल्स, दिमित्री मास्करेंहास और ब्रैड हाग शामिल हैं।

इन नामी दावेदारों का साक्षात्कार एक तदर्थ समिति लेगी जिसमें पूर्व भारतीय खिलाड़ियों कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी को शामिल किया गया है। पता चला है कि अधिकांश विदेशी खिलाड़ी स्काइपी के जरिए अपना प्रस्तुतिकरण देंगे जबकि पोवार जैसे स्थानीय दावेदार निजी तौर पर पहुंचेंगे।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, 'तदर्थ समिति में प्रतिष्ठित पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि वे सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार को चुनेंगे।' 

उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त अध्यक्ष विनोद राय और डायना इडुल्जी की प्रशासकों की समिति कोच चयन प्रक्रिया पर विभाजित है।एडुल्जी चाहती थी कि पवार कम से कम अगले महीने होने वाले न्यूजीलैंड दौरे के लिए कोच बने रहें जबकि राय ने बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे इस पद के लिए आवेदन आमंत्रित करें।

पवार का विवादास्पद अंतरिम कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म हुआ था। एकदिवसीय कप्तान और सीनियर खिलाड़ी मिताली राज के साथ चयन मुद्दों को लेकर उनके मतभेद थे जो सुर्खियां बने। बोर्ड ने अब साक्षात्कार की प्रक्रिया पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। 

टी20 कप्तान हरमनप्रीत कौर और उप कप्तान स्मृति मंधाना के समर्थन के बाद भारत के पूर्व स्पिनर पोवार ने इस पद के लिए फिर आवेदन करने का फैसला किया। साक्षात्कार से पहले हुए विवाद हालांकि पोवार के खिलाफ जा सकते हैं। 

पवार और हरमनप्रीत सहित टीम प्रबंधन के अन्य सदस्यों ने विश्व टी20 सेमीफाइनल में मिताली को अंतिम एकादश से बाहर रखने का फैसला किया था। भारत सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ आठ विकेट से हार गया था।

वेस्टइंडीज से लौटने के बाद मिताली ने पवार और एडुल्जी पर उनके करियर को बर्बाद करने और भेदभाव करने का आरोप लगाया था।पवार ने आरोप लगाया था कि सलामी बल्लेबाज की भूमिका नहीं देने पर मिताली ने विश्व टी20 के बीच में संन्यास लेने की धमकी दी और टीम में अराजकता फैलाई।

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