भारत और वेस्टइंडीज के बीच विशाखापट्टनम में खेला गया दूसरा वनडे मैच आखिरी गेंद तक चले मुकाबले के बाद रोमांचक अंदाज में टाई हो गया था। पहले वनडे में आठ विकेट से हार के बाद वापसी करते हुए विंडीज टीम ने शिमरोन हेटमायेर और शाई होप की दमदार पारियों की बदौलत 322 रन के लक्ष्य के जवाब में आखिरी गेंद तक चले मैच को टाई करा लिया था।
इस मैच में आखिरी गेंद से पहले फील्ड में बदलाव की जिम्मेदारी टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ी होने के नाते एमएस धोनी ने अपने हाथों में ले ली थी। हालांकि इस मैच में धोनी का दांव उल्टा पड़ गया और भारतीय टीम मैच टाई ही करा पाई।
आखिरी गेंद पर जब विंडीज टीम को जीत के लिए पांच रन की जरूरत थी तो शतक ठोकने वााले शाई होप ने भारतीय टीम की योजना को भांपते हुए उमेश यादव की गेंद पर चौका जड़ते हुए मैच टाई करा लिया था।
भारत को ये मैच जीतने के लिए आखिरी ओवर में विंडीज को 14 रन बनाने से रोकना था। उमेश यादव की पहली गेंद पर शाई होप ने एक रन बनाया। दूसरी गेंद पर एश्ले नर्स ने चौका जड़ दिया और अगली गेंद पर उन्होंने दो रन बनाए।
इस तरह बाकी तीन गेंदों पर लक्ष्य 7 रन हो गया। अगली गेंद पर नर्स आउट हो गए। अब दो गेंदों पर 7 रन चाहिए था। पांचवीं गेंद पर शाई होप ने 2 रन बनाए और अब आखिरी गेंद पर विंडीज को 5 रन चाहिए थे।
लेकिन आखिरी गेंद से पहले धोनी ने फील्ड में बदलाव किया और उमेश यादव से बात करके उन्हें भी रणनीति समझाई। धोनी ने आखिरी गेंद से पहले थर्ड मैन को अंदर बुला लिया और पॉइंट को डीप बैकवर्ड पॉइंट पर भेज दिया गया था। साथ ही स्वीपर कवर और लॉन्ग ऑफ को भी हटा दिया गया था।
कुलदीप ने मैच के बाद खुलासा किया था कि फील्ड में बदलाव का ये विचार धोनी का था। उन्होंने कहा, 'मैं ये जानने के लिए बहुत युवा हूं। मैंने 30 वनडे खेले हैं और माही भाई ने 300 वनडे। वह मुझसे ज्यादा अनुभवी हैं। ये होता है। वह हमसे ज्यादा अनुभवी हैं। उन्होंने उस समय ये सोचा और किया।'
लेकिन होप ने मैच के बाद बताया कि कैसे उन्होंने भारतीय टीम की ये योजना भांप ली थी और फील्ड देखते हुए उन्हें अंदाजा हो गया था कि उमेश वाइड यॉर्कर फेंकेंगे। होप ने कहा कि इसीलिए उन्होंने इस गेंद पर जितना संभव हो उनता बैट अड़ाने और जोरदार शॉट लगाने की कोशिश की ताकि उन्हें छह रन मिल जाएं, हालांकि ऐसा नहीं हुआ लेकिन चौका जड़कर उन्होंने मैच टाई करा लिया।