टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहांसबर्ग में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट के लिए चोटिल रिद्धिमान साहा की जगह दिनेश कार्तिक को भेजने का फैसला किया है। कार्तिक 24 जनवरी से खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट से पहले टीम इंडिया से जुड़ेंगे। रिद्धिमान साहा को दूसरे टेस्ट से पहले मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। दूसरे टेस्ट में साहा की जगह पार्थिव पटेल को चुना गया था। लेकिन अब तीसरे टेस्ट के लिए अचानक ही टीम मैनेजमेंट ने दिनेश कार्तिक को चुनने का फैसला कर लिया है।
अब इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आखिर क्यों तीसरे टेस्ट के लिए पार्थिव पटेल की जगह दिनेश कार्तिक को बुलाया गया है। माना जा रहा है कि इसकी वजह दूसरे टेस्ट में पार्थिव पटेल की खराब विकेटकीपिंग है और कप्तान विराट कोहली पार्थिव की विकेटकीपिंग से काफी नाराज हैं। खासकर मैच के तीसरे दिन पार्थिव ने जिस तरह से दक्षिण अफ्रीकी ओपनर डीन एल्गर का आसान कैच छोड़ा उससे कोहली काफी नाराज हैं।
ये घटना तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीकी पारी के 25वें ओवर में हुई। जब डीन एल्गर बुमराह की एक गेंद को ठीक से खेल नहीं पाए और गेंद उनके बल्ले का किनारा लेती हुई विकेटकीपर पार्थिव पटेल और पहली स्लिप पर खड़े चेतेश्वर पुजारा के बीच से निकलते हुए बाउंड्री के बाहर चली गई। रिप्ले से साफ पता चलता है कि ये कैच पार्थिव का था और उन्होंने इसे पकड़ने की कोई कोशिश ही नहीं की। इस कैच को न लपक पाने में पार्थिव की तैयारियों में कमी का अभाव भी दिखा।
जब पार्थिव ने ये कैच छोड़ा तो उस समय एल्गर 33 के स्कोर पर थे और इसके बाद उन्होंने हाफ सेंचुरी जड़ते हुए 61 रन की पारी खेली और तीसरे विकेट के लिए एबी डिविलियर्स (80) के साथ 141 रन जोड़ते हुए दक्षिण अफ्रीका को मुश्किल से उबार लिया। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्थिव का एल्गर को जीवनदान देना भारत के लिए कितना महंगा साबित हुआ।
पार्थिव के इस तरह से कैच छोड़ने पर सोशल मीडिया में उन्हें जमकर ट्रॉल किया गया।
कॉमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी पार्थिव की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा कोई टेस्ट मैच नहीं जिसमें पार्थिव ने कैच ने छोड़ा हो। यही नहीं पार्थिव पहली पारी में बल्ले से भी नाकाम रहे और 19 रन ही बना सके। इन्हीं कारणों को देखते हुए नाराज विराट कोहली ने तीसरे टेस्ट की टीम से पार्थिव का पत्ता काटते हुए दिनेश कार्तिक को टीम में शामिल करने का फैसला कर लिया।