Ind Vs SA: टीम इंडिया के बल्लेबाजों के लिए राहत, पहले टेस्ट में नहीं मिलेगी उछाल वाली विकेट!

पहला टेस्ट न्यूलैंड्स में खेला जाना है जो फिलहाल पिछले कई साल के सबसे खराब सूखे से जूझ रहा है। इस कारण ग्राउड्समैन को उछाल वाली पिच तैयार करने में परेशानी हो रही है।

By विनीत कुमार | Updated: January 1, 2018 13:44 IST2018-01-01T13:37:48+5:302018-01-01T13:44:54+5:30

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भारत-दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 जनवरी से शुरू हो रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले टीम इंडिया के बल्लेबाजों के लिए राहत की खबर है। माना जा रहा है कि पहले टेस्ट में टीम इंडिया के बल्लेबाजों को बहुत ज्यादा उछाल वाली पिच का सामना नहीं करना पड़ेगा। दरअसल, पहला टेस्ट केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला जाने वाला है जो फिलहाल पिछले कई साल के सबसे खराब सूखे से जूझ रहा है।

इस कारण ग्राउड्समैन को उस प्रकार की पिच तैयार करने में परेशानी हो रही है जो दक्षिण अफ्रीकी टीम चाहती है। एक रिपोर्ट के अनुसार लोगों को कम से कम पानी का इस्तेमाल करने को कहा गया है। वेबसाइट क्रिकइंफो के अनुसार इस मैदान के ग्राउंडमैन इवान फ्लिंट ने बताया, 'हम बोर होल (बोरिंग) की मदद से पिच पर रोज पानी डाल रहे हैं।  लेकिन आउटफिल्ड पर हम हफ्ते में केवल दो बार पानी डाल पा रहे हैं। इसलिए, यह थोड़ा सूखा है और वैसा हरा-भरा नहीं हो सकता जैसा कि हम चाहते हैं।'  

फ्लिंट के अनुसार, 'हमारे पास विकेट पर घास छोड़ने की चुनौती है ताकि पेस मिल सके। बेहतर ये होता कि सुबह थोड़ी बारिश होती और फिर दिन में सूरज की रोशनी इस पर पड़ती। हालांकि, हमें नहीं मालूम कि ऐसा कब होगा।'

फ्लिंट ने इस परेशानियों के बावजूद उम्मीद जताई है कि मैच के दिन तक वे उछाल वाली पिच तैयार कर लेंगे। फ्लिंट ने कहा, 'सभी को मालूम है कि वे क्या चाहते हैं। हमने ताजा घास लाने के लिए कुछ कोशिशें की हैं। हम ये भी कोशिश कर रहे हैं कि विकेट कठोर हो इसलिए हम इस पर लगातार रोलिंग भी कर रहे हैं।'

फ्लिंट ने कहा कि यह पिच गेंदबाजों की मदद करेगी लेकिन ये वांडरर्स या फिर सेंचुरियन की तरह नहीं हो सकेगी। वैसे, बताते चलें कि रविवार को यहां हल्की बारिश जरूर हुई जिसके कारण टीम इंडिया को इंडोर अभ्यास करना पड़ा।

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