नई दिल्ली: भारत के कप्तान विराट कोहली ने अपने होने वाले पहले बच्चे के जन्म से पहले पैटरनिटी लीव को लेकर कहा है कि उन्होंने पैटरनिटी लीव लेने में कोई देरी नहीं की है ताकि वह सही समय पर अपनी गर्भवती पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ रहने के लिए घर लौट सकें।
इंडिया टुडे के मुताबिक, बुधवार को विराट कोहली ने कहा कि वह इस मामले में पूरी तरह से स्पष्ट हैं और अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 टेस्ट मैच नहीं खेलने को लेकर उनके दिमाग में किसी तरह से कोई दुविधा नहीं है।
विराट कोहली ने कहा कि यह जीवन में एक बहुत ही विशेष पल है और आप किसी भी कीमत पर वहां होना चाहेंगे। बता दें कि विराट कोहली जनवरी में पिता बनने वाले हैं। इससे पहले ही उन्होंने अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ रहने के लिए पैटरनिटी लीव ले लिया है।
कोहली ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच होने वाले पहले टेस्ट के बाद मुंबई वापस लौटने के लिए तैयार हैं। पहला टेस्ट 17 से 21 दिसंबर तक एडिलेड ओवल में खेला जाएगा। उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे कोहली की अनुपस्थिति में टीम के कप्तान की भूमिका निभाएंगे।
कोहली ने भी रहाणे की कप्तानी पर पूरा भरोसा जताया और बाकी बचे 3 टेस्टों के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं, जिनमें वह भारतीय टीम के हिस्सा नहीं होंगे।
नया भारत चुनौतियां स्वीकार करता है: विराट कोहली
विराट कोहली ने कहा कि मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि यह मेरी अपनी शैली है। जिस तरह से मेरा व्यक्तित्व और चरित्र है। मैं नए भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। मैं इसे इस तरह से देखता हूं। मेरे दिमाग में किसी भी क्रिकेट टीम को लेकर तुलना की बात नहीं है। यह भारतीय क्रिकेट टीम को आगे बढ़ाने से जुड़ा है और पहले दिन से मेरा व्यक्तित्व ऐसा रहा है। नया भारत चुनौतियां स्वीकार करता है और उसमें आशा और सकारात्मकता भरता है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम अपने सामने आने वाली किसी भी तरह की चुनौतियों के लिए तैयार हैं।
छींटाकशी व्यर्थ चीज है
कोरोना महामारी ने लोगों को अलग-अलग चीजें सिखाई हैं। कोहली को इसने महसूस कराया कि छींटाकशी कितनी व्यर्थ चीज है। उन्होंने वादा किया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान ‘गैर जरूरी चीजों को बाहर कर दिया जाएगा।’ कोहली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि महामारी के कारण इस साल लोगों ने बहुत सारी चीजें महसूस की हैं, जिनकी पहले शायद जरूरत नहीं पड़ी होगी। इसमें आपके मन में शिकायत रहती है या फिर टीमों या व्यक्तियों के बीच गैर जरूरी तनाव होता हो जो पूरी तरह से व्यर्थ है।'