India vs Australia, 3rd ODI: कप्तान आरोन फिंच और उस्मान ख्वाजा के बीच पहले विकेट के लिए 193 रन की साझेदारी के दम ऑस्ट्रेलिया ने रांची में 8 मार्च को 313/5 का स्कोर खड़ा किया। ये रांची में किसी भी टीम का सर्वाधिक स्कोर रहा। ऑस्ट्रेलिया की टीम यहां 300 रन का आंकड़ा छूने वाली विश्व की पहली टीम बन गई।
उस्मान ख्वाजा (113 गेंदों पर 104 रन) ने वनडे में अपना पहला शतक जमाया जबकि फिंच ने 99 गेंदों पर 93 रन बनाकर फॉर्म में वापसी की। ग्लेन मैक्सवेल ने भी 31 गेंदों पर 47 रन बनाकर उपयोगी योगदान दिया। मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 31) और अलेक्स कैरी (नाबाद 21) ने छठे विकेट के लिये 50 रन की अटूट साझेदारी की। यह ऐसा दिन था जिसमें भारतीय स्पिनर नहीं चल पाये। रविंद्र जडेजा (64/0) और केदार जाधव (32/0) ने खूब रन लुटाये। कुलदीप यादव (64/3) ने हालांकि पारी के दूसरे चरण में तीन विकेट लेकर अपने गेंदबाजी विश्लेषण में सुधार किया।
रांची में सर्वाधिक स्कोर:
313/5 ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, 2019
295/8 ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, 2013
288/7 भारत बनाम श्रीलंका, 2014
286/8 श्रीलंका बनाम भारत, 2014
ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 40 ओवर के बाद दो विकेट पर 244 रन था, लेकिन आखिरी दस ओवरों में वह केवल 69 रन ही बना पाया। इसका श्रेय बुमराह और शमी को जाता है जिन्होंने मिलकर 64 गेंदें ऐसी डाली जिन पर रन नहीं बने। भारतीय क्षेत्ररक्षण भी अच्छा नहीं रहा। शिखर धवन ने जडेजा की गेंद पर स्क्वायर लेग पर ख्वाजा का कैच छोड़ा। तब वह 17 रन पर खेल रहे थे। विराट कोहली, जाधव और बुमराह ने भी ढीला क्षेत्ररक्षण किया, जिससे बल्लेबाजों पर से दबाव कम हुआ। मोहम्मद शमी भी तीन ओवर करने के बाद चोटिल हो गए और उन्हें कुछ देर के लिये मैदान छोड़ा और इससे भी बल्लेबाजों पर से दबाव कम हुआ।
फिंच और ख्वाजा ने इस बीच तीनों स्पिनरों को अच्छी तरह से खेला। फिंच ने जाधव को निशाना बनाया और अपने तीनों छक्के लांग आन और मिडविकेट क्षेत्र में लगाये। विजय शंकर (44/0) ने ऐसे में अच्छी जिम्मेदारी निभाई। जडेजा भी सपाट विकेट पर प्रभावी नहीं दिखे। ख्वाजा और फिंच के बाद मैक्सवेल ने भी स्पिनरों का सामना करने के लिये अपने फ्रंट फुट का अच्छा इस्तेमाल किया। कुलदीप ने फिंच को पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलायी। इसके बाद उन्होंने अपने एक ओवर में शॉन मार्श (7) और पीटर हैंड्सकांब (0) को भी पवेलियन भेजा।