ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मार्च को भारत ने नागपुर में दूसरे वनडे मैच में 250 रन बनाए। बगैर खाता खोले ही ओपनर रोहित शर्मा (0) को खोने वाली टीम इंडिया 48.2 ओवर में सिमट गई। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी करियर में पांचवीं बार पहली ही गेंद पर आउट हुए।
भारतीय पारी के 32.2 ओवर में केदार जाधव (11) के आउट होने के बाद धोनी क्रीज पर आए। फैंस को उम्मीद थी कि धोनी इस साल जिस फॉर्म में हैं, उसी लय को यहां भी बरकरार रखेंगे। धोनी ने प्रशंसकों की उम्मीदों के विपरीत खेला और पहली ही गेंद पर ख्वाजा को अपना कैच थमा बैठे। ये जैंपा की लगातार दूसरी गेंद पर सफलता थी। हालांकि वह हैट्रिक पूरी नहीं कर सके।
ये धोनी का वनडे करियर में पांचवीं बार गोल्डन डक (पहली ही गेंद पर आउट) था। धोनी चिट्टगांव में अपने डेब्यू मैच में भी पहली ही गेंद पर आउट हो गए थे। 2004 के बाद 2005, 2007, 2010 और 2019 में धोनी के साथ फिर से यही शर्मनाक वाकया हुआ। ये विकेटकीपर-बल्लेबाज विदेशी धरती पर महज 1 ही बार गोल्डन डक पर आउट हुआ है।
वनडे में 'गोल्डन डक' पर शिकार धोनी:
वर्सेज बांग्लादेश, चिट्टगांव, 2004 - डेब्यू
वर्सेज श्रीलंका, अहमदाबाद, 2005
वर्सेज श्रीलंका, पोर्ट ऑफ स्पेन, 2007
वर्सेज ऑस्ट्रेलिया, विशाखापट्टनम, 2010
वर्सेज ऑस्ट्रेलिया, नागपुर, 2019