IND Vs PAK, U19 Asia Cup 2025: दुबई में एसीसी मेन्स अंडर-19 एशिया कप में एक ऐसा पल आया जिससे साफ़ तनाव दिखा, जब भारत के कप्तान आयुष म्हात्रे ने टॉस के दौरान पाकिस्तान के कप्तान फरहान यूसुफ से हाथ नहीं मिलाया। इस घटना पर तुरंत फैंस और कमेंटेटर्स का ध्यान गया।
यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच हाई-वोल्टेज ग्रुप-स्टेज मैच से पहले हुई, एक ऐसा मैच जिसका इतिहास में क्रिकेट से कहीं ज़्यादा महत्व रहा है। जब दोनों कप्तान टॉस के लिए एक-दूसरे के पास आए, तो म्हात्रे ने यूसुफ से हाथ मिलाने की आम रस्म से बचने की कोशिश की और सीधे मैच की औपचारिकताएं शुरू कर दीं। इस छोटे से पल को ब्रॉडकास्ट कैमरों में कैद कर लिया गया और यह तुरंत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया।
हालांकि इस घटना से बहस छिड़ गई, लेकिन कई जानकारों ने कहा कि ऐसे इशारे अब असामान्य नहीं हैं। पिछले कुछ महीनों में, सीनियर इंटरनेशनल लेवल पर भी ऐसे ही नज़ारे देखे गए हैं, जिसमें कई भारतीय खिलाड़ियों ने ICC और ACC इवेंट्स के दौरान मैचों में अपने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से मना कर दिया था। नतीजतन, म्हात्रे के इस काम को कुछ लोगों ने एक जूनियर क्रिकेटर का अलग-थलग काम मानने के बजाय एक बड़े पैटर्न का हिस्सा माना।
फैंस की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई थीं। समर्थकों के एक तबके ने भारतीय कप्तान का साथ दिया, और इस फैसले को मौजूदा भावनाओं और प्रतिद्वंद्विता की तीव्रता का नतीजा बताया। हालांकि, दूसरों ने खेल भावना को लेकर चिंता जताई, खासकर अंडर-19 लेवल पर, यह तर्क देते हुए कि जूनियर टूर्नामेंट में विकास और आपसी सम्मान पर ध्यान देना चाहिए।