IND vs ENG Test series: हार से रार, अंतिम शतक 730 दिन पहले लगाया था बेन स्टोक्स?, माइकल आथर्टन ने कहा- मैच खेलना, कम आराम, भारी हार और खराब निर्णय हार की वजह

IND vs ENG Test series: बेन स्टोक्स ने अपने 13 शतकों में से आखिरी शतक एशेज के दौरान लॉर्ड्स में लगाया था।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 8, 2025 15:58 IST

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ठळक मुद्देभारत के खिलाफ श्रृंखला स्टोक्स की नेतृत्व क्षमता की सबसे कड़ी परीक्षा है।बृहस्पतिवार से लार्ड्स में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के लिए उतरेंगे। पद संभालने के बाद साल दर साल गिरावट देखी गई है।

IND vs ENG Test series: पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट में मेजबान टीम की भारत के हाथों शर्मनाक हार के बाद कहा कि बेन स्टोक्स की बल्लेबाजी फॉर्म में पिछले कुछ वर्षों में लगातार गिरावट आई है, विशेषकर ऐसे समय में जब उन्हें आलोचनाओं का सामना कर रही इंग्लैंड टीम की आगे बढ़कर अगुवाई करनी चाहिए। आथर्टन का मानना ​​है कि कप्तान के रूप में तीन साल के अपने कार्यकाल में भारत के खिलाफ श्रृंखला स्टोक्स की नेतृत्व क्षमता की सबसे कड़ी परीक्षा है। स्टोक्स ने अपने 13 शतकों में से आखिरी शतक एशेज के दौरान लॉर्ड्स में लगाया था।

जिसे दो साल (लगभग 730 दिन) हो चुके हैं। वह बृहस्पतिवार से लार्ड्स में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के लिए उतरेंगे। आथर्टन ने ‘द टाइम्स’ के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘‘लगातार मैच खेलना, कम आराम, भारी हार और खराब निर्णय की उनकी समस्याओं में बल्ले से उनकी फॉर्म ने इजाफा किया है जिसमें उनके पद संभालने के बाद साल दर साल गिरावट देखी गई है।’’

इंग्लैंड के लिए 100 से अधिक टेस्ट खेलने वाले इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘एक प्रारूप में खेलने वाले खिलाड़ी के रूप में जो टेस्ट के अलावा ज्यादा क्रिकेट नहीं खेलता है - कभी-कभी अपनी मर्जी से - स्टोक्स उस समय लय और फॉर्म से बाहर हो जाते हैं जब उसे आगे बढ़कर नेतृत्व करने की जरूरत होती है।’’

आथर्टन ने यह भी बताया कि भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने स्टोक्स के विपरीत स्पिनरों का सामना आसानी से किया है। उन्होंने कहा, ‘‘स्टोक्स स्पिन के खिलाफ अस्थिर दिखे हैं जबकि उनके भारतीय समकक्ष ने दबदबा बनाया है। इस श्रृंखला में गिल की वापसी बहुत अच्छी रही है और एजबेस्टन में जीत उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प से प्रेरित थी।’’

आथर्टन ने कहा,‘‘इंग्लैंड के पास गिल के स्टंप को निशाना बनाने , गेंद को उनके पैड में मारने की योजना थी लेकिन वह आउट होने की स्थिति में नहीं दिखे। एजबेस्टन के बाद गिल की थकान स्टोक्स की थकान से बिल्कुल अलग होगी।’’ जोफ्रा आर्चर और गस एटकिंसन दोनों ने चोटों से उबरने के बाद लाल गेंद का पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन आथर्टन का मानना ​​है कि दोनों को लॉर्ड्स में खेलना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘स्पष्ट रूप से तेज गेंदबाजी आक्रमण को तरोताजा करने की जरूरत है। जब 2019 में स्टीव स्मिथ को रोकने के लिए लॉर्ड्स में आर्चर को बुलाया गया था तो यह तेज गेंदबाज टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने के बावजूद अपने खेल के शीर्ष पर था।’’ आथर्टन साथ ही पैर की मांसपेशियों की चोट से उबरकर लौटे एटकिंसन को भी एकादश में शामिल करना चाहते हैं।

क्योंकि उन्होंने लॉर्ड्स में खेले दो टेस्ट मैच में 19 विकेट लिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘गस एटकिंसन का लॉर्ड्स में गेंद और बल्ले से शानदार रिकॉर्ड है लेकिन छह सप्ताह पहले जिम्बाब्वे के खिलाफ पैर की मांसपेशियों में चोट लगने के बाद से उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है।

आर्चर के साथ जोड़ी बनाना एक जुआ है लेकिन अगर यह दांव पर लगा (यह मान लेना चाहिए कि टीम में चुने जाने के बाद वे फिट हैं) तो इसका मतलब है कि तीसरे तेज गेंदबाज को लंबे स्पैल गेंदबाजी करने के लिए तैयार रहना चाहिए।’’ आथर्टन ने कहा, ‘‘(क्रिस) वोक्स का लॉर्ड्स में शानदार रिकॉर्ड है लेकिन वह 36 साल के हैं और उन्होंने इस श्रृंखला में 96 की औसत से तीन विकेट लिए हैं। उनके संभावित विकल्प सैम कुक अपने एकमात्र टेस्ट में प्रभावित करने में नाकाम रहे थे।’’

टॅग्स :इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्डबेन स्टोक्सटीम इंडिया

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