IND vs AUS: भारतीय टीम 109 और 163 रन ही बना सकी, सुनील गावस्कर ने कहा- ‘उनके दिमाग में पिच हावी रहा’, बल्लेबाजी में आत्मविश्वास की कमी

IND vs AUS: भारतीय टीम तीसरे टेस्ट की दोनों पारियों में 109 और 163 रन पर सिमट गयी, जिससे आस्ट्रेलिया ने नौ विकेट की जीत से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में अपना स्थान पक्का किया।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 03, 2023 5:05 PM

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ठळक मुद्देनौ विकेट से जीतकर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। विकेट पतन को देखेंगे तो आप पाएंगे कि भारतीय बल्लेबाजों ने अपनी गलती से विकेट गंवाये।रोहित शर्मा ने नागपुर में शानदार शतक जड़ा था।

IND vs AUS: महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में खराब प्रदर्शन के लिए भारतीय बल्लेबाजों की जमकर आलोचना करते हुए शुक्रवार को कहा कि ‘ उनके दिमाग में पिच हावी रहा’। पहली गेंद से ही स्पिनरों की मददगार पिच पर भारतीय टीम दोनों पारियों में महज 109 और 163 रन ही बना सकी।

ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को तीसरे दिन ही नौ विकेट से जीतकर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘‘बल्लेबाजों ने वास्तव में अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया। अगर आप भारतीय विकेट पतन को देखेंगे तो आप पाएंगे कि भारतीय बल्लेबाजों ने अपनी गलती से विकेट गंवाये।

वे कुछ ऐसे शॉट खेल रहे थे जिससे लग रहा था कि उन्होंने पहले से अनुमान लगा लिया हो कि पिच से गेंद किस तरह से आयेगी।’’ गावस्कर ने कहा, ‘‘ अगर आप देखें तो भारतीय बल्लेबाजी में आत्मविश्वास की कमी रही है क्योंकि रोहित शर्मा के अलावा पहले दो मैचों में उन्होंने रन नहीं बनाये है। रोहित ने नागपुर में शानदार शतक जड़ा था।

जब आपके खाते में कम रन होते है, तो बल्लेबाजी में थोड़ी अस्थिरता होती है।’’ इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘ वे पिच पर गेंद के करीब नहीं पहुंच पा रहे थे। उन्होंने पिच को अपने ऊपर हावी होने दिया। यह वह पिच थी जो वास्तव में पहली पारी में ही उनके दिमाग हावी होने लगी थी। दूसरी पारी में यह असर और ज्यादा था।’’

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में नौ विकेट की शिकस्त को ‘एक असामान्य मैच’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी टीम ने जज्बा और संघर्ष करने की क्षमता का प्रदर्शन नहीं किया। श्रृंखला में 0-2 से पिछड़ने और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने यहां के होल्कर स्टेडियम में स्पिनरों की मददगार पिच पर  यादगार जीत दर्ज करने के साथ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।

रोहित ने कहा, ‘‘जब आप चुनौतीपूर्ण पिचों पर खेल रहे होते हैं तो एक ही जगह पर गेंदबाजी कर आप दबाव बना सकते है। हमने उनके गेंदबाजों को एक जगह गेंदबाजी करने दी। उनके गेंदबाजों को भी श्रेय मिलना चाहिये, खासकर नाथन लियोन को। हमें कोशिश करनी थी और जज्बा दिखाना था लेकिन मुझे लगता है कि हम ऐसा नहीं कर सके।’’

लियोन ने दूसरी पारी में 64 रन देकर आठ विकेट चटकाये और ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत का मार्ग प्रशस्त किया। रोहित ने कहा, ‘‘ आपको एक असामान्य नतीजे वाला मैच मिल सकता है जहां चीजें आपके मुताबिक नहीं होती है। लेकिन फिर भी आपको खिलाड़ियों को एकजुट कर हौसला बढ़ाने की जरूरत होती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम चाहते थे कि कुछ खिलाड़ी क्रीज पर समय बिताये, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम थोड़े पीछे रह गये और हमने खुद को उस तरह से लागू नहीं किया, जैसा हम चाहते थे।’’ रोहित ने अहमदाबाद में चौथे टेस्ट के बारे में सोचना शुरू नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो हमने अभी तक इसके बारे में (अहमदाबाद टेस्ट) नहीं सोचा है।

हमने अभी इस टेस्ट को समाप्त किया है इसलिए हमें फिर से एकजुट होने और प्रयास करने की आवश्यकता है। हमें यह समझने की जरूरत है कि एक टीम के रूप में सुधार करना होगा।’’ ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ जीत के लिए गेंदबाजों को श्रेय देते हुए कहा, ‘‘हमारे गेंदबाजों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया, विशेषकर (मैथ्यू) कुहनेमैन ने।

भारत ने हमारी पहली पारी के आखिर में अच्छी गेंदबाजी की जिससे हम जल्दी आउट हो गये। हमें कल कड़ी मेहनत करनी पड़ी, पूजी (पुजारा) ने अच्छी पारी खेली, लेकिन हमारे सभी गेंदबाजों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। यह एक पूर्ण प्रदर्शन था।’’ स्मिथ नियमित कप्तान पैट कमिंस की जगह टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। कमिंस दूसरे टेस्ट के बाद अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए स्वदेश लौट गये।

स्मिथ ने कहा, ‘‘ हम कमिंस के बारे में सोच रहे थे। हमारी दुआएं उसके साथ है। मैंने हालांकि इस सप्ताह का वास्तव में आनंद लिया। मुझे दुनिया के इस हिस्से में कप्तानी करना पसंद है। मुझे लगता है कि मैं बहुत सारी पेचीदगियों को समझता हूं।’’ मैन ऑफ द मैच लियोन ने कहा, ‘‘ यह काफी उल्लेखनीय श्रृंखला रही है। लेकिन यहां आकर टीम का अच्छा प्रदर्शन करना काफी खास था।

मेरे पास हर तरह की कौशल और तरकीब नहीं हैं, लेकिन मैं अपने स्टॉक बॉल पर काफी विश्वास करता हूं। और मुझे लगता है कि यदि आपके पास वह है, तो आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ . मैं काफी भाग्यशाली रहा हूं कि मैंने विराट और पुजारा जैसे कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनौती दी। मुझे खुद को चुनौती देना पसंद है।’’

पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि तीसरे टेस्ट में यहां पहले दिन भारत को ‘टर्न और असमान उछाल लेती’ पिच पर पहली पारी में सस्ते में निपटाना आस्ट्रेलिया के भाग्य पलटने में अहम साबित हुआ।आस्ट्रेलिया ने नागपुर और दिल्ली में शुरूआती दो टेस्ट तीन दिन के अंदर गंवा दिये थे।

महान क्रिकेटर चैपल ने ‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ से कहा, ‘अहम चीज भारत को पहली पारी में सस्ते में समेटना रही। आस्ट्रेलिया ने ऐसा करके खुद को अच्छी बढ़त हासिल करने का मौका दिया। यह ज्यादा बड़ी बढ़त नहीं थी लेकिन इस पिच पर यह अच्छी थी और उपयोगी साबित हुई।’

उन्होंने कहा, ‘‘फिर दूसरी पारी में उन्हें इतने कम स्कोर के लक्ष्य का पीछा करना पड़ा, हालांकि आस्ट्रेलिया ने एक शुरुआती विकेट गंवा दिया लेकिन फिर टीम ने आक्रामकता बरतने का फैसला किया और जीत हासिल की। ’’ चैपल ने कहा, ‘‘मेरे लिये भारत को पहली पारी में सस्ते में समेटना अहम था और पहले दो टेस्ट मैचों में जो कुछ भी हुआ था, उससे चीजों को बदलने में काफी साहस की जरूरत होती है। ’’

उन्होंने कहा कि मेहमान टीम को पता था कि उन्हें दौरे पर चीजों में बदलाव करने के लिये किस चीज की जरूरत है लेकिन पहले दो टेस्ट में उसमें इन्हें अमल में लाने में कमी दिखी। चैपल ने पहले टेस्ट में ट्रेविस हेड को नहीं चुने जाने के फैसले को ‘हास्यास्पद’ करार किया और उन्होंने कहा कि अंत में आस्ट्रेलियाई दौरे की चयन समिति को समझ आयी और उन्होंने अपनी गलती सुधार ली। श्रृंखला का चौथा और अंतिम टेस्ट नौ मार्च से अहमदाबाद में शुरू होगा।

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