इन 11 स्टेडियम में खेले जाएंगे ICC World Cup के 48 मैच, जानें क्या है किस ग्राउंड की खासियत

इस साल वर्ल्ड कप के 48 मैच में इंग्लैंड और वेल्स के 11 स्टेडियम में खेले जाएंगे। वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले जानें क्या है इन स्टेडियम की खासियत और इतिहास।

By सुमित राय | Published: May 10, 2019 07:11 AM2019-05-10T07:11:57+5:302019-05-10T07:11:57+5:30

ICC World Cup 2019: Venue List of Stadiums, Capacity, Complete Cricket ground information in Hindi | इन 11 स्टेडियम में खेले जाएंगे ICC World Cup के 48 मैच, जानें क्या है किस ग्राउंड की खासियत

आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के 48 मैच इंग्लैंड और वेल्स के 11 स्टेडियम में खेले जाएंगे।

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Highlightsआईसीसी वर्ल्ड कप की शुरुआत 30 मई से इंग्लैंड और वेल्स की संयुक्त मेजबानी में होगी।इस साल वर्ल्ड कप के 48 मैच में इंग्लैं और वेल्स के 11 स्टेडियम में खेले जाएंगे।वर्ल्ड कप का फाइनल मैच 14 जुलाई को लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा।

वनडे क्रिकेट का महाकुम्भ आईसीसी वर्ल्ड कप की शुरुआत 30 मई से इंग्लैंड और वेल्स की संयुक्त मेजबानी में होगी। आईसीसी विश्व कप 2019 में 10 टीमें भाग ले रही हैं, इनमें मौजूदा चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया (1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 का विजेता), भारत (1983 और 2011 का विजेता), वेस्टइंडीज (1975 व 1979 का विजेता), पाकिस्तान (1992 का विजेता), श्रीलंका (1996 का विजेता), अफगानिस्तान, बांग्लादेश, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।

टूर्नामेंट का पहला मैच इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच लंदन के द ओवल ग्राउंड में खेला जाएगा। वर्ल्ड कप का फाइनल मैच 14 जुलाई को लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा। इस साल वर्ल्ड कप के 48 मैच में इंग्लैं और वेल्स के 11 स्टेडियम में खेले जाएंगे। वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले जानें क्या है इन स्टेडियम की खासियत और इतिहास।

एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड (बर्मिंघम) : बर्मिंघम का एजबेस्टन मैदान इंग्लैंड के बड़े स्टेडियम में शामिल है। साल 1882 में बने इस स्टेडियम की बैठने की क्षमता 25 हजार है। 1999 के वर्ल्डकप में इसी मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच सेमीफाइनल मैच टाई हुआ था। इस साल वर्ल्ड कप के पांच मुकाबले इस मैदान पर खेले जाएंगे। भारतीय टीम इस मैदान पर मेजबान इंग्लैंड से 30 जून को और 2 जुलाई को बांग्लादेश से भिड़ेगी। इसके अलावा टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मैच 11 जुलाई को इसी ग्राउंड पर खेला जाएगा।

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड (लंदन) : आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर 14 जुलाई को खेला जाएगा। साल 1814 में बना यह स्टेडियम क्रिकेट की दुनिया में सबसे अहम ग्राउंड माना जाता है। इस ग्राउंड में बैठने की क्षमता 28 हजार है। लॉर्ड्स में अब तक तीन वर्ल्ड कप फाइनल खेले जा चुके हैं जो अपने आप में एक अनोखा रिकॉर्ड है। भारतीय टीम ने कपिल देव की कप्तानी में साल 1983 में इसी ग्राउंड पर वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। वर्ल्डकप में इस बार फाइनल के अलावा चार मुकाबले इस मैदान पर खेले जाएंगे।

द ओवल (लंदन) : आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 की शुरुआत लंदन के द ओवल ग्राउंड से होगी। इस स्टेडियम की स्थापना साल 1845 में हुई थी और यहां 23500 दर्शकों के बैठने की जगह है। इस साल वर्ल्ड के पांच मैचों की मेजबानी द ओवल को मिली है, जिसमें 9 जून को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाला मैच भी शामिल है।

ब्रिस्टल क्रिकेट ग्राउंड (ब्रिस्टल) : आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के 3 तीन मैच ब्रिस्टल क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जाएंगे। ब्रिस्टल काउंटी ग्राउंड को साल 1889 में डब्ल्यूजी ग्रेस ने खरीदा था। ब्रिस्टल की बाउंड्री को बाकी काउंटी ग्राउंड के मुताबिक बड़ा माना जाता है। इस मैदान पर 15000 दर्शक मैच देख सकते हैं।

सोफिया गार्डन्स (कार्डिफ) : वेल्स क कार्डिफ में स्थित सोफिया गार्डन्स मैदान में वर्ल्ड कप के चार मुकाबले खेले जाएंगे। कार्डिफ का सोफिया गार्ड्स का मैदान वेल्स का सबसे बड़ा स्टेडियम है। इस मैदान पर फिलहाल 15000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है।

रिवरसाइड ग्राउंड (चेस्टर ले स्ट्रीट) : रिवरसाइड ग्राउंड डरहम के चेस्टर ले स्ट्रीट में स्थित है, जो साल 1995 में बना था। इस मैदान पर वर्ल्ड कप के कुल तीन मुकाबले खेले जाएंगे। इस मैदान पर बैठने की क्षमता 17 हजार है। साल 1999 में अंतरराष्ट्रीय मैदान का दर्जा मिलने के बाद इस मैदान पर वर्ल्ड कप के दो मुकाबले खेले गए थे।

हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड (लीड्स) : इंग्लैंड के लीड्स में स्थित हेडिंग्ले स्टेडियम का स्थापना साल 1888 हुई थी और यहां तभी से टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं। यह ग्राउंड इंग्लैंड के रग्बी टीम लीड्स राइनो का भी होम ग्राउंड है। सर डॉन ब्रैडमैन ने इसी मैदान पर दो बार तिहरा शतक लगाया है। 17 हजार की क्षमता वाले इस मैदान पर वर्ल्ड कप में चार मुकाबले खेले जाएंगे। भारतीय अपना आखिरी लीग मैच इस ग्राउंड पर छह जुलाई को श्रीलंका के खिलाफ खेलेगी।

ओल्ड ट्रैफर्ड (मैनचेस्टर) : मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान भारतीय टीम के लिए सबसे खास है, क्योंकि इस मैदान पर टीम इंडिया का सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से 16 जुलाई को होगा। इसके अलावा भारतीय टीम वेस्टइंडीज से भी 27 जून को इस ग्राउंड पर भिड़ेगी। वर्ल्ड कप के कुल 6 मुकाबले इस ग्राउंड पर खेले जाएंगे, जिसमें 9 जुलाई को खेला जाने वाला पहला सेमीफाइनल भी शामिल है। ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान साल 1857 में बनाया गया था, जो काउंटी टीम लंकशर का होम ग्राउंड है। इस ग्राउंड में 19 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। इस मैदान पर साल 1884 से टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं।

ट्रेंट ब्रिज (नॉटिंघम) : इंग्लैंड के नॉटिंघम में स्थित ट्रेंट ब्रिज स्टेडियम भारतीय टीम के लिए बहुत ही खास है। इस स्टेडियम में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का बल्ला खूब रन बरसाता है। यहां कोहली ने 19 पारियों में 1731 रन बनाए हैं, जो एक रिकॉर्ड है। इस मैदान पर भारतीय टीम 13 जून को न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। इस ग्राउंड पर वर्ल्ड कप के 5 मुकाबले खेले जाएंगे।

रोज बाउल (साउथैम्पटन) : इस मैदान पर वर्ल्ड कप के पांच मुकाबले खेले जाएंगे, जिनमें भारतीय टीम के दो मुकाबले शामिल हैं। भारतीय टीम वर्ल्ड का आगाज इसी ग्राउंड से 5 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ करेगी। इसके अलावा 22 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ दूसरा मुकाबला होगा। साउथथैंप्टन का रोज बॉल मैदान साल 2001 में बनाया गया, जिसे कई बड़े अवॉर्ड जीत चुके माइकल होपकिंस और पार्टनस ने डिजाइन किया है। यह ग्राउंड हैंपशायर का घरेलू मैदान है, जिसकी क्षमता 25 हजार है। 

काउंटी ग्राउंड (टॉन्टन) : इस ग्राउंड पर वर्ल्ड के तीन मुकाबले खेले जाएंगे। इंग्लैंड के टॉन्टन में स्थित काउंटी ग्राउंड को साल 1882 में बनाया गया था। इस मैदान पर कई ऐतिहासिक पारियां खेली गई है। विवियन रिचर्ड्स ने काउंटी गेम में यहां 322 रनों की पारी खेली थी। साल 2006 में इस मैदान को इंग्लैंड की महिला टीम का होम ग्राउंड घोषित किया गया था। यहां दर्शकों के बैठने की क्षमता केवल 6500 है।

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