Highlightsबांग्लादेश के मौजूदा हालात से चिंतित देश का क्रिकेट बोर्डसेना प्रमुख वकर-उज-ज़मान को पत्र लिखकर आगामी महिला टी 20 विश्व कप के दौरान सुरक्षा आश्वासन मांगा महिला टी 20 विश्व कप दो महीने से भी कम समय में शुरू होने वाला है
Bangladesh crisis:बांग्लादेश के मौजूदा हालात से चिंतित देश के क्रिकेट बोर्ड ने देश के सेना प्रमुख वकर-उज-ज़मान को पत्र लिखकर आगामी महिला टी 20 विश्व कप के दौरान सुरक्षा आश्वासन मांगा है। महिला टी 20 विश्व कप दो महीने से भी कम समय में शुरू होने वाला है लेकिन बांग्लादेश की राजधानी सहित अन्य बड़े शहरों में अब भी हिंसा जारी है।
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद सैकड़ों छात्रों की मौत और पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और पलायन के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद स्थिति की निगरानी कर रहा है। टूर्नामेंट बांग्लादेश के दो शहरों सिलहट और मीरपुर में आयोजित किया जाना है। टूर्नामेंट के लिए वार्म-अप राउंड 27 सितंबर से शुरू होने वाला है।
वर्तमान परिस्थितियों में कई टीमें बांग्लादेश जाने से इनकार कर सकती हैं। ऐसे में उम्मीद है कि ICC एक अलग स्थान पर टी 20 विश्व कप की मेजबानी करने का विकल्प चुन सकता है। टूर्नामेंट को भारत, यूएई श्रीलंका में शिफ्ट किया जा सकता है।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की अंपायर समिति के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद ने क्रिकबज से कहा कि हम टूर्नामेंट की मेजबानी करने की कोशिश कर रहे हैं। ईमानदारी से कहूं तो देश में हमारे ज्यादा लोग मौजूद नहीं हैं और गुरुवार (8 अगस्त) को हमने सेना प्रमुख को आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप की सुरक्षा के बारे में आश्वासन के लिए एक पत्र भेजा है, क्योंकि हमारे पास केवल दो महीने का समय है।
अहमद ने कहा कि आईसीसी ने दो दिन पहले हमसे संपर्क किया था और हमने जवाब दिया कि हम जल्द ही उनसे संपर्क करेंगे। अंतरिम सरकार बनने के बाद भी हमें उन्हें सुरक्षा का आश्वासन देना होगा, क्योंकि यह सुरक्षा बोर्ड या देश की कानून प्रवर्तन एजेंसी के अलावा किसी और द्वारा नहीं दी जा सकती। रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में मैदानी स्थितियों के आकलन के बाद आईसीसी टी20 विश्व कप के आयोजन स्थल पर निर्णय लेने से पहले शनिवार, 10 अगस्त तक का समय लेगी।
बता दें कि बांग्लादेश संकट का अंत होता नहीं दिख रहा है। शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद भी हिंसा और अराजकता का दौर जारी है। बांग्लादेश ने नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार नियुक्त की है। सेना कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रही है।