ICC Ban Transgenders: महिला क्रिकेट नहीं खेल सकते ट्रांसजेंडर, दुखी मन से खिलाड़ी का संन्यास

Danielle McGahey: पहली ट्रांसजेंडर क्रिकेटर डेनिएल मैकगैही ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। मैकगैही ने कनाडा की महिला क्रिकेट टीम से अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 6 मैच खेले थे।

By धीरज मिश्रा | Published: November 22, 2023 11:32 AM

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ठळक मुद्देICC ने ट्रांसजेंडर क्रिकेटर को महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दियापहली ट्रांसजेंडर क्रिकेटर डेनिएल मैकगैही ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया सन्यासमैकगेही ने इस साल की शुरुआत में कनाडा के लिए 6 टी20 मैच खेले

Danielle McGahey: पहली ट्रांसजेंडर क्रिकेटर डेनिएल मैकगैही ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। मैकगैही ने कनाडा की महिला क्रिकेट टीम से अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 6 मैच खेले थे, जिसमें कुल 118 रन बनाए। खिलाड़ी का यह फैसला उस वक्त आया है जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने ट्रांसजेंडर क्रिकेटरों का महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने पर बैन लगा दिया है।

यहां बताते चले कि आईसीसी ने मंगलवार  को ट्रांसजेंडर क्रिकेटर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने पर प्रतिबंध लगाया है। 

ट्रांसजेंडर के तौर पर खेलने वाले पहले खिलाड़ी

इस साल की शुरुआत में डेनिएल मैकगैही ने बतौर पहली ट्रांसजेंडर के तौर पर क्रिकेट खेलना शुरू किया। हालांकि, आईसीसी के फैसले से उन्हें निराशा भी हाथ लगी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को आईसीसी का फैसला आने के बाद उनके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत भारी मन से कहना पड़ रहा है कि मेरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर खत्म हो गया है।

जितनी जल्दी यह शुरू हुआ, अब यह खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने मेरा समर्थन किया, उनका बहुत बहुत धन्यवाद। मैकगेही इसी साल अक्टूबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर क्रिकेटर बनीं। उन्होंने महिला टी20 विश्व कप 2024 क्वालीफायर में कनाडा के लिए खेला। मैकगेही ने कनाडा के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 6 मैच खेले और 118 रन बनाए।

14 अप्रैल 1994 को ऑस्ट्रेलिया में जन्मे मैकगैही को क्रिकेट में रूचि थी। इस रूचि को पूरा करने के लिए वह फरवरी 2020 में ऑस्ट्रेलिया से कनाडा चली गई। उन्होंने कहा कि खेल में समानता के लिए वह आगे लड़ाई जारी रखेंगे। क्योंकि क्रिकेट खेलने का अधिकार उनका भी है और उन्हें यह मिलना चाहिए। हम किसी की सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं है।

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