रणजी के एक सीजन में इस गेंदबाज ने झटके 67 विकेट, पुजारा ने कहा, 'अगर उन्हें टीम इंडिया में नहीं मिली जगह तो हैरानी होगी'

Cheteshwar Pujara: चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि अगर एक रणजी सीजन मं 67 विकेट लेने वाले गेंदबाज को टीम इंडिया में जगह नहीं मिलती है तो मुझे हैरानी होगी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: March 14, 2020 4:24 PM

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ठळक मुद्देजयदेव उनादकट ने इस रणजी ट्रॉफी सीजन में झटके 67 विकेटउनादकट की कप्तानी में सौराष्ट्र ने पहली बार जीता रणजी ट्रॉफी का खिताब

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट का भारतीय टीम में चुने जाने के लिए समर्थन किया है। उनादकट की अगुवाई में शुक्रवार को सौराष्ट्र ने पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता। 

उनादकट ने इस रणजी सीजन में 67 विकेट झटके, जो टूर्नामेंट के इतिहास में किसी तेज गेंदबाज द्वारा लिए गए सर्वाधिक विकेटों का रिकॉर्ड है। सबसे खात बात है कि उन्होंने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल और फाइनल दोनों में मैच जिताने वाले स्पैल फेंके थे।

उन्होंने सेमीफाइनल में गुजरात के खिलाफ दूसरी पारी में 7 विकेट झटकते हुए सौराष्ट्र को फाइनल में पहुंचाया था और फाइनल के आखिरी दिन बंगाल जमे हुए बल्लेबाज अनुस्तूप मजूमदार को आउट करके और एक बेहतरीन रन आउट करते हुए सौराष्ट्र को पहली पारी में बढ़त दिलाने में अहम योगदान दिया, जो अंत में उसकी जीत की वजह बना।

पुजारा ने किया टीम इंडिया में जयदेव उनादकट की वापसी का समर्थन

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, टीम इंडिया के लिए कई यादगार पारियां खेलने वाले पुजारा ने कहा कि अगर उनादकट को टीम इंडिया में जगह नहीं मिलती है तो उन्हें हैरानी होगी। पुजारा ने कहा, जयदेव विनम्र थे और उन्होंने कहा कि वह टीम इंडिया के लिए चुने जाने के बारे में नहीं सोचेंगे, लेकिन मुझे हैरानी होगी अगर वह भारतीय टीम के लिए नहीं चुने जाते।'

पुजारा ने कहा, 'जयदेव ने पूरे सीजन में शानदार गेंदबाजी की है। अगर कोई एक सीजन में 67 विकेट लेता है, तो मुझे नहीं लगता कि रणजी ट्रॉफी में कोई उनसे बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। भारतीय टीम के लिए चुने जाने के लिए रणजी ट्रॉफी के प्रदर्शन का काफी महत्व होना चाहिए।'

उनादकट रणजी के एक सीजन में सर्वाधिक 68 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने से केवल एक कदम दूर रह गए, उन्होंने कहा कि वापसी के लिए उनकी भूख पहले से कहीं ज्यादा है।

'उनादकट ने कहा, अब वापसी की भूख पहले ज्यादा है'

उनादकट ने कहा, 'मेरे अंदर अब भी वापसी की वही भूख है। ये भूख इससे पहले कभी भी इतनी ज्यादा नहीं थी और इसी ने इस पूरे सीजन मुझे अच्छा करने के लिए प्रेरित किया।'

उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो शारीरिक रूप से इस सीजन में टिकना चुनौती भरा था। हर मैच एक तेज गेंदबाज के रूप में वे लंबे स्पैल फेंकना।'

उनादकट ने कहा, मैं इस चरण को जारी रखना चाहता हूं। मैं इसे यहीं खत्म नहीं करना चाहता हूं। हां, हमने ट्रॉफी जीत ली है और मैं इस समय दुनिया में सबसे खुश कप्तान हूं। 

28 वर्षीय उनादकट भारत के लिए आखिरी बार 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ टी20 मैच में खेले थे और उन्होंने अपना एकमात्र टेस्ट 2010 में खेले थे और अपने आखिरी सात वनडे 2013 में खेले थे।

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