ऑस्ट्रेलियाई ओपनर मार्कस हैरिस ने खुलासा किया है कि वह 2018 में पर्थ टेस्ट में भारतीय तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा का सामना करने को लेकर डरे हुए थे। हाल के वर्षों में भारत की इस पेस बैटरी की तिकड़ी दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक रही है।
विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने 2018 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐडिलेड में खेला गया पहला टेस्ट जीतकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढत बना ली थी। लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजों का असली दबदबा पर्थ में खेले गए दूसरे टेस्ट के दौरान दिखा।
पिछले टेस्ट में अपना डेब्यू करने वाले हैरिस ने पहली पारी में 70 रन बनाते हुए ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 326 तक पहुंचाया। इसके जवाब में भारतीय टीम विराट कोहली की 123 रन की जोरदार पारी के बावजूद 283 रन पर सिमट गई। लेकिन दूसरी पारी में बुमराह, इशांत, शमी और उमेश ने अपनी घातक गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई टॉप ऑर्डर के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं।
मैं भारतीय तेज गेंदबाजों से डरा हुआ था: मार्कस हैरिस
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्कस हैरिस ने ऐमजॉन की हालिया जारी सीरीज 'द टेस्ट' में कहा, 'मैं डरा हुआ था...उस विकेट (पर्थ) पर उस आक्रमण (तेज गेंदबाजी) का सामना करना डरावना था। टीवी पर ये शायद अच्छा दिखा होगा, लेकिन मैदान पर ये डरावना था।
हैरिस को इस टेस्ट के दौरान गेंद हेलमेट पर लगी जबकि उनके ओपनिंग पार्टनर एरॉन फिंच तर्जनी अंगुली में गेंद लगने के बाद रिटायर्ड हर्ट हो गए थे।
उस टेस्ट में मोहम्मद शमी 56/6 के आंकड़ों के साथ सबसे कामयाब भारतीय गेंदबाज रहे। वहीं ऑस्ट्रेलिया के 243 रन के स्कोर में उस्मान ख्वाजा ने सर्वाधिक 72 रन बनाए।
हालांकि मुश्किल विकेट पर भारत दूसरी पारी में 140 रन पर सिमट गया और ऑस्ट्रेलिया ने 146 रन की जोरदार जीत के साथ सीरीज में बराबरी हासिल कर ली। लेकिन टीम इंडिया ने मेलबर्न में खेले गए अगले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 137 रन से हराते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा बरकरार रखा। आखिरी टेस्ट बारिश की वजह से ड्रॉ होन का मतलब था कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार सीरीज पर कब्जा जमा लिया।