Highlightsशोएब अख्तर ने दिया था कोविड-19 के खिलाफ जंग के लिए भारत-पाकिस्तान सीरीज कराने का सुझाव अख्तर के इस सुझाव को पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने खारिज करते हुए कहा था कि भारत के पास पर्याप्त पैसा
पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने शनिवार को कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए फंड जुटाने के उद्देश्य से भारत-पाकिस्तान के बीच वनडे सीरीज कराने के अपने सुझाव पर कपिल देव के बयान पर प्रतिक्रिया दी।
आज तक को दिए इंटरव्यू में अख्तर ने कहा कि वह कपिल देव का सम्मान करते हैं लेकिन कोरोना वायरस संकट के दौरान पूरी दुनिया को पैसों की जरूरत है।
मेरी बात नहीं समझ पाए कपिल देव: अख्तर
अख्तर ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कपिल भाई उस बात को समझे जो मैं कहने की कोशिश कर रहा था। हर कोई आर्थिक रूप से फंसने जा रहा है। ये समय हमें खुद को साथ रखते हुए राजस्व जुटाने का है। एक मैच से पूरी दुनिया के दर्शक आकर्षित होंगे। कपिल ने कहा कि उन्हें पैसे की जरूरत नहीं है और निश्चित तौर पर उन्हें नहीं है। लेकिन बाकी सबको है। मुझे लगता है कि यह सुझाव जल्द ही ध्यान में आएगा।'
अख्तर ने कहा, 'मैंने कहा था कि मैं भारत को उनता जानता हूं जितना इमरान खान भी नहीं जानते हैं। मैंने वहां कई इलाकों की यात्रा की है और कई लोगों से बातचीत की है। मैं यहां लोगों को बताता रहता हूं कि भारतीय कैसे हैं। हमारे देश में बहुत गरीबी है। मुझे ये देखकर दुख है कि लोगों को तकलीफ हो रही है। एक इंसान और एक मुस्लिम होने के नाते ये मेरी जिम्मेदारी है कि जितना हो सके मैं मदद करूं।'
इससे पहले कपिल देव ने अख्तर के कोविड-19 के खिलाफ जंग के लिए फंड जुटाने के उद्देश्य से भारत-पाकिस्तान के बीच मैच के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और कहा था कि ये प्रस्ताव संभव नहीं है।
आखिरी बार 2016 टी20 वर्ल्ड कप में भारत आने वाले अख्तर ने कहा, 'पाकिस्तान के बाद मुझे सबसे ज्यादा प्यार भारत से मिला। मैं हमेशा से भारत के लोगों से मिले प्यार के लिए आभारी रहा हूं। मैंने पूरे भारत में यात्रा की है। हिमाचल प्रदेश से लेकर केरल और उत्तराखंड तक।'
उन्होंने कहा, 'इसलिए मैं केवल ये पूछ रहा था कि अगर अगले छह महीने कुछ नहीं होता है तो हमारे पास क्या विकल्प होंगे। वे सभी लोग जिन्हें क्रिकेट की वजह से रोजगार मिला है, क्या करेंगे? उनका क्या होगा जिनकी आजीविका क्रिकेट पर निर्भर है? हमारे पास एक ही विकल्प है फंडरेडिंग मैच कराना। शायद इससे रिश्तों में सुधार आ जाएगा। मैं एक बड़े परिदृश्य की बात कर रहा हूं।'