पैसों की कमी से जूझ रहा था दोस्त, हरभजन की मदद से बच गई साथी क्रिकेटर की जान

Harbhajan Singh: हरभजन सिंह ने आर्थिक तंगी से जूझ रहे अपने एक दोस्त की जान बचाने में की मदद

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: June 6, 2018 15:58 IST2018-06-06T15:51:54+5:302018-06-06T15:58:21+5:30

How Harbhajan Singh helped to save his old friend and ex-cricketer's life | पैसों की कमी से जूझ रहा था दोस्त, हरभजन की मदद से बच गई साथी क्रिकेटर की जान

हरभजन सिंह

नई दिल्ली, 06 जून: हरभजन सिंह को एक चैंपियन क्रिकेटर के तौर पर जाना जाता है। वह न तो मैदान के अंदर हिम्मत हारते हैं और न ही मैदान के बाहर किसी की मदद से चूकते हैं। हरभजन के इस खास गुण का खुलासा हाल ही में आई एक रिपोर्ट से हुआ। इस रिपोर्ट के मुताबिक हरभजन सिंह ने आर्थिक तंगी से जूझते एक बीमार क्रिकेटर के इलाज में उसकी मदद की।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक 90 के दशक में हरभजन सिंह के साथ पंजाब की अंडर-16 टीम में खेले हरमन हैरी आंत में घांव की समस्या से जूझ रहे थे। अंडर-16 के दिनों में ये साथ खेले इन दोनों क्रिकेटरों में से हरभजन का करियर जहां नई ऊंचाइयों पर पहुंचा तो वहीं हरमन ऐड ग्रुप क्रिकेट से आगे नहीं बढ़ पाए। हाल ही में हरभजन को हरमन की बीमारी का पता चला। 

एक दिन अचानक ही हरभजन को हरमन का फोन आया जो जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे और उन्हें और अपने इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी। हरभजन ने हरमन का फोन आने के बाद उनकी मदद करने में एक सेकेंड की भी देर नहीं लगाई। (पढ़ें: युवराज के ट्वीट पर हरभजन सिंह का मजेदार जवाब, बिजली बिल को लेकर किया ट्रोल)

हरभजन ने कहा, 'उन्होंने (हरमन) किसी तरह से मुझे कॉन्टैक्ट किया और वह जिस तकलीफ से गुजर रहे थे उसके बारे में बताया।' उन्हें पैसों की सख्त जरूरत थी और मैंने उनसे कहा कि वह आगे बढ़ें और अपना इलाज कराएं और मैंने उनसे सारे मेडिकल खर्च उठाने का वादा किया। इंसानी जिंदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है।'

हरभजन की मदद से दिल्ली स्थित एक अस्पताल में हरमन का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया और अब वह धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं। इस इलाज में आए ढाई लाख रुपये का खर्च भी हरभजन सिंह ने उठाया। (पढ़ें: IPL 2018: पूरे सीजन में जूझते रहे युवराज सिंह, क्या खत्म हो गया सबसे धमाकेदार बल्लेबाज का जादू?)

हरमन ने हरभजन सिंह शुक्रिया अदा करते हुए कहा, मैं' पूरी जिंदगी उनका शुक्रगुजार रहूंगा। उन्होंने साबित किया कि सच्ची दोस्ती क्या होती है। पिछले एक साल के दौरान मेरे सारे पैसे इलाज पर खर्च हो चुके थे लेकिन हरभजन ने मुझे मौत के मुंह से वापस खींच लाए।'

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