गंभीर और एमएसके प्रसाद के बीच हुई जोरदार बहस, अंबाती रायुडू को वर्ल्ड कप में नहीं चुनने पर जानिए पूर्व चीफ सेलेक्टर ने क्या कहा

Gautam Gambhir, MSK Prasad: अंबाती रायुडू को वर्ल्ड कप 2019 की टीम में नहीं चुने जाने को लेकर गौतम गंभीर और चयन समित के पूर्व प्रमुख के बीच हुई जोरदार बहस

By अभिषेक पाण्डेय | Published: May 23, 2020 2:14 PM

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ठळक मुद्दे2016 में जब मुझे इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से मुझे बाहर किया गया था तो उस समय कोई बातचीत नहीं हुई थी: गंभीरबाती रायडू के साथ क्या हुआ, वर्ल्ड कप से ठीक पहले आपको थ्री-डी प्लेयर की जरूरत पड़ गई: गंभीर

पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर और चयन समिति के पूर्व प्रमुख एमएसके प्रसाद के बीच 2019 वर्ल्ड कप के लिए अंबाती रायुडू को टीम में नहीं चुने जाने को लेकर तीखी बहस हुई। प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने रायुडू की जगह मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज विजय शंकर को मौका दिया था। उस समय शंकर को टीम में चुने जाने पर प्रसाद ने उन्हें 'थ्री-डाइमेंशनल' खिलाड़ी बताया था, जिसकी काफी चर्चा हुई थी।

स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में रायुडू के मुद्दे पर चर्चा से पहले गंभीर ने किसी खिलाड़ी को टीम से बाहर किए जाने के दौरान चयनकर्ताओं की तरफ से संवादहीनता की बात की। उन्होंने अपना, करुण नायर, युवराज सिंह और सुरेश रैना का उदाहरण देते हुए एमएसके प्रसाद पर निशाना साधा।

गंभीर ने अंबाती रायुडू के मुद्दे पर एमएसके प्रसाद पर साधा निशाना

गंभीर ने कहा, '2016 में जब मुझे इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से मुझे बाहर किया गया था तो उस समय कोई बातचीत नहीं हुई थी। आप करुण नायर को देखिए, जिन्होंने कहा कि उन्हें कोई कारण नहीं बताया गया। आप युवराज सिंह को देखिए, सुरेश रैना को देखिए।'

गंभीर ने पूछा, 'अंबाती रायडू के साथ क्या हुआ। आपने उन्हें दो साल के लिए टीम में चुना। इस दौरान उन्होंने चार नंबर पर बैटिंग की। लेकिन वर्ल्ड कप से ठीक पहले आपको थ्री-डी प्लेयर की जरूरत पड़ गई? क्या आप चयन समिति के चेयरमैन से ऐसे बयान की अपेक्षा करते हैं कि हमें  थ्री-डी प्लेयर की जरूरत है?'

प्रसाद ने बताया, 2019 वर्ल्ड कप में क्यों दिया था विजय शंकर को मौका

इस पर एमएसके प्रसाद ने इस पर कहा, 'ऊपरी क्रम में भी बल्लेबाज थे- शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, जैसे बल्लेबाज थे, लेकिन इनमें से कोई भी गेंदबाजी नहीं कर सकता था। ऐसे में इंग्लैंड की परिस्थितियों के लिए हमें, विजय शंकर जैसा खिलाड़ी, जो ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करने के अलावा गेंदबाजी भी कर पाए, की जरूरत थी।'

साथ ही प्रसाद ने कही कि शंकर का घरेलू रिकॉर्ड भी उनके चुने जाने की वजह था। इस पर चयन समिति के एक और पूर्व चेयरमैन कृ्ष्णामचारी श्रीकांत, जो कि चर्चा के लिए पैनल में शामिल थे, ने घरेलू और इंटरनेशनल क्रिकेट के बीच अंतर की तरफ इशारा किया।

श्रीकांत ने कहा, 'गौतम का समर्थन या आपको छोटा नहीं कर रहा हूं एमएसके, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट में बड़ा अंतर है।'

इस पर प्रसाद ने कहा, 'मैं चिका (श्रीकांत) से सहमत हूं कि इसमें अंतर है लेकिन आपको यह भी समझना होगा कि अनुभव हर समय (खिलाड़ियों के चयन के लिए) एकमात्र पैरामीटर नहीं हो सकता है। आप इस प्रक्रिया में कई खिलाड़ियों को मिस कर सकते हैं।'

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