टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा, सचिन तेंदुलकर के अंदर कीड़ा था

एक बातचीत के दौरान टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने बताया कि भारत को एक-दो विश्व कप इसलिए गंवाने पड़े क्योंकि हमारे पास टीम के टॉप-6 में गेंदबाजी करने वाला कोई नहीं था। शास्त्री ने गेंदबाजी को लेकर सचिन की तारीफ की और रहा कि उनके अंदर एक कीड़ा था।

By शिवेंद्र राय | Updated: July 27, 2022 17:49 IST2022-07-27T17:46:17+5:302022-07-27T17:49:29+5:30

Former India coach Ravi Shastri talked about lack of batters who can bowl like Sachin Tendulkar | टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा, सचिन तेंदुलकर के अंदर कीड़ा था

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री और सचिन तेंदुलकर (फाइल फोटो)

Highlightsसचिन गेंदबाजी करना पसंद करते थे- शास्त्रीअक्षर और दीपक हुड्डा जैसे खिलाड़ियों को देखकर अच्छा लगता है- शास्त्रीहार्दिक पंड्या के चोटिल होने की कीमत ICC टूर्नामेंट्स में चुकानी पड़ी- शास्त्री

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने सचिन तेंदुलकर के बारें कहा है कि उनके अंदर क्रिकेट का कीड़ा था। शास्त्री ने ये बात अपने कोच के कार्यकाल के दौरान टीम में एक परफेक्ट ऑलराउडर की कमी को लेकर कही। सचिन के बारे में शास्त्री ने कहा कि उनके अंदर गेंदबाज़ी को लेकर एक कीड़ा था। वो बैटिंग करने के बाद गेंद उठाकर कुछ नया करने की कोशिश करते थे। शास्त्री ने कहा, ‘सचिन के अंदर एक कीड़ा था, गेंदबाज़ी करने का कीड़ा। वह अपनी बैटिंग खत्म करके, बॉल उठा लेते थे और लगातार अलग-अलग वेरिएशन ट्राई किया करते थे। अजय जडेजा को भी गेंदबाजी करना पसंद करता था। वो भी बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी करना पसंद करते थे। आपको ऐसे खिलाड़ियों को पहचानना होगा। हमारे पास 1.4 बिलियन लोग हैं और चयनकर्ता मुझसे कहने की कोशिश करते हैं कि किसी भी बैट्समैन के पास वो कीड़ा नहीं है गेंदबाजी करने का? कमाल है।’

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए शास्त्री ने कहा, ‘हमारी टीम में पहले सहवाग, युवराज, सचिन और रैना जैसे खिलाड़ी थे, जो कि गेंदबाजी किया करते थे। लेकिन पिछले 3-4 सालों में हमें ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं मिला है। इस कारण पूरी टीम के संतुलन के साथ छेड़छाड़ हुई। अक्षर और दीपक हुड्डा जैसे खिलाड़ियों को अब टीम में देखकर अच्छा लग रहा है क्योंकि वह बोलिंग और बैटिंग दोनों कर सकते हैं।’

रविशास्त्री के कोच रहते भारतीय टीम कोई भी आइसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सकी। इसका कारण भी शास्त्री ने टीम में बेहतरीन ऑलराउंडर की कमी को ही बताया। शास्त्री ने कहा, ‘मैं हमेशा से ऐसा खिलाड़ी चाहता था जो टॉप-6 में हो और गेंदबाजी कर सके। हार्दिक पंड्या के चोटिल होने से यह एक बड़ी समस्या बन गई थी। इसकी कीमत भारत को ICC टूर्नामेंट्स में चुकानी पड़ी। भारत को एक-दो विश्व कप इसलिए गंवाने पड़े, क्योंकि हमारे पास टीम के टॉप-6 में गेंदबाजी करने वाला कोई नहीं था।’

बता दें कि शास्त्री की कोचिंग में टीम इंडिया साल 2019 के विश्व कप में सेमीफाइनल तक पहुंची थी लेकिन जीत नहीं पाई थी।

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