Highlightsविराट कोहली ने की थी सौरव गांगुली की तारीफ।विराट कोहली पर भड़के सुनील गावस्कर।गावस्कर ने कहा- बहुत से लोग अभी तक यह मानते हैं कि क्रिकेट 2000 के दशक में शुरू हुआ था।
कोलकाता टेस्ट में जीत दर्ज करने के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की तारीफ की, जिस पर सुनील गावस्कर भड़क उठे। श्रृंखला को 2-0 से अपने नाम करने के बाद कोहली ने कहा कि टीम में बदलाव सौरव गांगुली के दौर में आना शुरू हुआ था तथा मौजूदा टीम ने कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से उसे आगे बढ़ाया है। इस पर गावस्कर ने 1970 से लेकर 1988 तक के रिकॉर्ड्स खंगालने की नसीहत तक दे डाली।
जिस दौर की बाद सुनील गावस्कर कर रहे हैं। उस वक्त के आंकड़ों को खंगालेंगे, तो टीम इंडिया ने 1970 और 80 के दौर में कुल 145 टेस्ट खेले थे। इनमें टीम इंडिया को 40 में हार, जबकि सिर्फ 28 मुकाबलों में जीत नसीब हो सकी थी। वहीं 77 मैच ड्रॉ/टाई रहे।
किस दशक में कितनी जीतदशक | मैच | जीत | हार | ड्रॉ/टाई |
2010 | 107 | 56 | 29 | 22 |
2000 | 103 | 40 | 27 | 36 |
1990 | 69 | 18 | 20 | 31 |
1980 | 81 | 11 | 21 | 48(1) |
1970 | 64 | 17 | 19 | 28 |
1960 | 52 | 9 | 21 | 22 |
बतौर कप्तान सर्वाधिक टेस्ट मैच जिताने का रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम है, जिन्होंने 2014-19 तक 27 में से 13 मुकाबले जीते हैं। वहीं 2000-05 तक सौरव गांगुली ने 28 में से 11, जबकि 1976-84 तक सुनील गावस्कर ने 18 में से 2 मैच भारत को जिताए थे।
किसकी कप्तानी में कितनी जीतकप्तान | कार्यकाल | मैच | जीत | हार | ड्रॉ |
विराट कोहली | 2014- अब तक | 27 | 13 | 9 | 5 |
सौरव गांगुली | 2000-05 | 28 | 11 | 10 | 7 |
सुनील गावस्कर | 1976-84 | 18 | 2 | 6 | 10 |
क्या बोले थे विराट कोहली: कोहली ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में कहा था, ‘‘टेस्ट क्रिकेट मानसिक युद्ध कि तरह है। हमें इसमें बने रहने के लिए जुझारू होना होगा। इसकी शुरुआत दादा (सौरव गांगुली) की टीम से हुई थी। खुद पर भरोसा सफलता की कुंजी है और ईमानदारी से कहूं तो हमने इस पर काफी मेहनत की है।’’
भड़क गए सुनील गावस्कर: इस पर सुनील गावस्कर ने कहा, "भारतीय कप्तान ने कहा कि यह 2000 से दादा (सौरव गांगुली) की टीम से शुरू हुआ। मुझे पता है कि दादा बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं इसलिए शायद कोहली उनके बारे में अच्छी बातें कहना चाहते थे। गांगुली की टीम से पहले भी भारतीय टीम क्रिकेट खेलती थी और उसने सत्तर और अस्सी के दशक में विदेशी और घरेलू सरजमीं पर जीत दर्ज की थी। लोगों का ये मानना गलत है कि क्रिकेट नब्बे के दशक में शुरू हुआ था।"
उन्होंने आगे कहा, "1970 से लेकर 1987-88 तक भारतीय टेस्ट टीम ने कई ऐतिहासिक जीत दर्ज की। विराट भले ही तब पैदा नहीं हुए थे लेकिन आप यदि उस दौर के रिकॉर्ड्स पर नजर डालें तो पाएंगे कि टीम इंडिया का रिकॉर्ड उस दौर में भी बेहतर था।