Highlightsअंपायर ने जोफ्रो आर्चर की बीमर को नो बॉल नहीं दिया, जिसके बाद आलोचना हो रही है।इस मामले को साउथ अफ्रीकी टीम ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के सामने भी उठाया।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में नो बॉल को अनदेखा किए जाने के बाद अंपायर की आलोचना हो रही है। साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलैंडर ने कहा कि अंपायर्स को सही फैसला लेना होगा, जिससे एक उदाहरण बना रहे।
दरअसल, साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में जोफ्रा आर्चर ने साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी एनरिच नोर्टजे के खिलाफ धीमी गेंद (बीमर) करने की कोशिश की, लेकिन गेंद बल्लेबाज के सिर के ऊपर से निकल गई, जिसे अंपायर क्रिस गैफनी ने नो बॉल दिया। आर्चर की अगली गेंद भी ऐसी ही थी, लेकिन अंपायर ने इसे नो बॉल नहीं दिया।
अंपायर क्रिस गैफनी इस गेंद को भी नो बॉल का संकेत देने जा रहे थे, लेकिन इससे पहले उन्होंने चेक किया। अंपायर ने जोफ्रा आर्चर से बात करने के बाद ओवर खत्म करने का फैसला किया। अगर अंपायर इसे नो बॉल देते तो आईसीसी के नियम के अनुसार आर्चर अगला ओवर नहीं कर पाते, क्योंकि एक ओवर में लगातार दो नो बॉल नहीं कर सकते हैं।
इस मामले को साउथ अफ्रीकी टीम ने मैच रेफरी के सामने भी उठाया। कप्तान फाफ डु प्लेसिस और कोच मार्क बाउचर ने दिन का खेल खत्म होने के बाद मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट से बात की। बाद में साउथ अफ्रीका ने बयान जारी कर कहा, 'मैच रेफरी ने आईसीसी के संचार विभाग को इस मामले पर टिप्पणी करने की बात कहकर स्थिति को टाल दिया। हमें मामले को यहीं खत्म करने के लिए कहा गया है।'
मैच के बाद साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलैंडर से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले के बारे में पूछा गया तो, उन्होंने कहा, 'अंपायर्स को इससे निपटना है, उम्मीद है कि वो सही फैसला करेंगे। मेरे लिए बात सीधी है। आप इस खेल से जुड़े बाकी लोगों के लिए उदाहरण बना रहे हैं। आपको सही फैसला लेना होगा। क्या आप किसी दूसरे मैच में भी इसे बर्दाश्त करेंगे? या फिर आप यहीं पर इसे रोक देंगे।'