Lata Mangeshkar: क्रिकेट को लेकर दीवानगी, विश्वकप 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ जीत के लिए रखा था व्रत...

Lata Mangeshkar: क्रिकेटरों की अगुआई में खेल जगत ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया और उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी।

By भाषा | Updated: February 6, 2022 13:56 IST2022-02-06T13:53:33+5:302022-02-06T13:56:25+5:30

End of an Era Legendary singer Lata Mangeshkar passes away 92 cricket team india 2011 world cup pakistan | Lata Mangeshkar: क्रिकेट को लेकर दीवानगी, विश्वकप 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ जीत के लिए रखा था व्रत...

यह संयोग की है कि सरस्वती पूजा के अगले दिन ही भारत की सरस्वती का देवलोकगमन हुआ।

Highlightsसेमीफाइनल के दौरान कुछ खाया पिया नहीं।भारत की जीत के बाद ही हमने अन्न जल ग्रहण किया।खिताब जीतने के बाद कपिल देव ने मुझे डिनर के लिये बुलाया था।

Lata Mangeshkar: क्रिकेट को लेकर लता मंगेशकर की दीवानगी जगजाहिर है और विश्वकप 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में भारतीय टीम की जीत के लिये उन्होने निर्जल व्रत रखा था।

भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का रविवार को मुंबई में निधन हो गया। उन्होंने एक समय भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा था ,‘‘मैने पूरा मैच देखा और मैं काफी तनाव में थी ।’’ उन्होंने कहा था ,‘‘ जब भारतीय टीम खेलती है तो मेरे घर में सभी का कुछ न कुछ टोटका होता है। मैंने, मीना और उषा ने सेमीफाइनल के दौरान कुछ खाया पिया नहीं।

मैं लगातार भारत की जीत के लिये प्रार्थना कर रही थी और भारत की जीत के बाद ही हमने अन्न जल ग्रहण किया ।’’ विश्व कप 1983 फाइनल को याद करते हुए उन्होंने कहा था ,‘‘मैं उस समय लंदन में ही थी और मैने कपिल देव और उनकी टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले डिनर के लिये बुलाया था। मैंने उन्हें शुभकामनायें दी ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ खिताब जीतने के बाद कपिल देव ने मुझे डिनर के लिये बुलाया था। मैंने जाकर टीम को बधाई दी।’’ सचिन तेंदुलकर को वह अपना बेटा मानती थी और वह भी उन्हें मां सरस्वती कहते थे। यह संयोग की है कि सरस्वती पूजा के अगले दिन ही भारत की सरस्वती का देवलोकगमन हुआ।

जब 1983 की जीत के बाद बीसीसीआई को संकट से निकाला था लता जी ने

कपिल देव की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने जब लाडर्स की बालकनी पर विश्व कप थामा था तब बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष और इंदिरा गांधी सरकार के धाकड़ मंत्री दिवंगत एनकेपी साल्वे के सामने यक्षप्रश्न था कि इस जीत का जश्न मनाने के लिये धन कहां से आयेगा। उस समय भारतीय क्रिकेट दुनिया की महाशक्ति नहीं बना था और आज के क्रिकेटरों की तरह धनवर्षा भी उस समय क्रिकेटरों पर नहीं होती थी । आज बीसीसीआई के पास पांच अरब डॉलर का टीवी प्रसारण करार है लेकिन तब खिलाड़ियों को बमुश्किल 20 पाउंड दैनिक भत्ता मिलता था ।

साल्वे ने समाधान के लिये राजसिंह डुंगरपूर से संपर्क किया। उन्होंने अपनी करीबी दोस्त और क्रिकेट की दीवानी लता मंगेशकर से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम पर एक कन्सर्ट करने का अनुरोध किया। खचाखच भरे स्टेडियम में लताजी ने दो घंटे का कार्यक्रम किया। बीसीसीआई ने उस कन्सर्ट से काफी पैसा एकत्र किया और सभी खिलाड़ियों को एक एक लाख रुपये दिया गया। सुनील वाल्सन ने कहा ,‘‘ उस समय यह बड़ी रकम थी । वरना हमें दौरे से मिलने वाला पैसा और दैनिक भत्ता बचाकर पैसा जुटाना होता जो 60000 रुपये होता।’’

उन्होंने कहा ,‘‘कुछ लोगों ने हमसे 5000 या 10000 रुपये देने का वादा किया जो काफी अपमानजनक था। लता जी ने ऐसे समय में यादगार कन्सर्ट किया।’ बीसीसीआई उनके इस योगदान को नहीं भूला और सम्मान के तौर पर भारत के हर स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच के दो वीआईपी पास उनके लिये रखे जाते थे। मुंबई के एक वरिष्ठ खेल पत्रकार मकरंद वैंगणकर ने कहा ‘‘ लताजी और उनके भाई ह्र्दयनाथ मंगेशकर ब्रेबोर्न स्टेडियम पर हमेशा टेस्ट मैच देखने आते थे। चाहे वह कितनी भी व्यस्त हों, सत्तर के दशक में हर मैच देखने आती थी। ’’

 दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘लता जी के निधन की खबर सुनकर बेहद दुखी हूं। उनके मधुर गीतों ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों के दिलों को छुआ है। आपके सभी गीतों और यादों के लिए आपको धन्यवाद। परिवार और प्रियजनों को मेरी ओर से संवेदनाएं।’’

भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, ‘‘आपके संगीत ने हमारी आत्मा को छुआ और हमें खुश किया। लता मंगेशकर जी भगवान आपकी आत्मा को शांति दे। आपकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।’’ भारत के टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने कहा कि लता के निधन के साथ देश ने अपनी स्वर कोकिला को खो दिया।

उन्होंने लिखा, ‘‘भारत ने आज अपनी स्वर कोकिला को खो दिया। इस मुश्किल समय में शोक मनाते हुए लता दीदी के परिवार के प्रति संवेदनाएं हैं। ओम शांति।’’ महान स्पिनर अनिल कुंबले ने ट्वीट किया, ‘‘लता मंगेशकर के निधन पर संवेदनाएं। उनकी मधुर आवाज लोगों को प्रेरित करती रहेगी।’’ पूर्व भारतीय बल्लेबाज और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के मौजूदा प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने कहा, ‘‘भारत रत्न लता मंगेशकर दीदी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनकी आवाज और मधुर गीत अमर रहेंगे। उनके परिवार, मित्रों और दुनिया भर में करोड़ों प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति। ’’

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, ‘‘भारत की स्वर कोकिला, एक ऐसी आवाज जो गूंजती है और दुनिया भर के करोड़ों लोगों को खुशी देती थी, वह चली गई। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति तहेदिल से संवेदनाएं। ओम शांति।’’ पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने लिखा, ‘‘महान लोग अनंत काल तक जीते हैं। कोई कभी दोबारा उनके जैसा नहीं होगा।’’ भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने लिखा, ‘‘भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन से बेहद दुखी हूं। भारत के लिए बड़ा नुकसान। उनकी जादुई आवाज हमेशा अमर रहेगी। ओम शांति।’’

भारतीय फुटबॉल टीम ने भी इस महान गायिका को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ‘‘हम भारत की स्वर कोकिला और दिवंगत गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताते हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। ’’ ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘ओम शांति।’’ यह महान गायिका कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव पाई गई थी और उनमें हल्के फल्के लक्षण नजर आ रहे थे जिसके बाद उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल के सघन चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया जहां डॉ. प्रतीत सम्दानी और उनकी टीम उनका उपचार कर रही थी।

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