टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर शंकर बसु ने कहा, 'लॉकडाउन ब्रेक के दौरान तेज गेंदबाजों के लिए फिटनेस बरकरार रखना चुनौतीपूर्ण'

Shanker Basu: भारतीय टीम के पूर्व ट्रेनर शंकर बसु ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान तेज गेंदबाजों के लिए फिटनेस को बरकरार रखना चुनौतीपूर्ण होगा

By भाषा | Published: April 14, 2020 07:47 AM2020-04-14T07:47:24+5:302020-04-14T07:47:24+5:30

During Lockdown Maintaining Fitness Will Be Tough For Fast Bowlers, Says Ex-India Trainer Shanker Basu | टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर शंकर बसु ने कहा, 'लॉकडाउन ब्रेक के दौरान तेज गेंदबाजों के लिए फिटनेस बरकरार रखना चुनौतीपूर्ण'

भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरुण के साथ इशांत, उमेश और शमी

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Highlightsतेज रफ्तार से फिर गेंदबाजी करना तेज गेंदबाजों के लिये काफी जोखिमपूर्ण होगा: शंकर बसुतेज गेंदबाजों के लिए फिटनेस बनाये रख पाना काफी कठिन चुनौती है: बसु

नई दिल्ली: भारत के पूर्व दमखम और अनुकूलन कोच शंकर बसु का मानना है कि मैदान पर दौड़े बिना फिटनेस बनाये रखना तेज गेंदबाजों के लिये मुश्किल होगा। इसके साथ ही उन्होंने क्रिकेटरों को लॉकडाउन के दौरान ‘स्क्रीन टाइम’ कम से कम रखने की सलाह भी दी। बसु 2015 से 2019 के बीच भारतीय टीम के साथ थे।

उन्होंने तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी के साथ काफी काम किया है। आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर से जुड़े बसु ने कहा,‘‘मौजूदा हालात में बल्लेबाज फिर भी काम चला लेंगे लेकिन गेंदबाजों के लिये मुश्किल होगी। वे अपनी तरफ से पूरा प्रयास करेंगे लेकिन फिटनेस बनाये रख पाना काफी कठिन चुनौती है।’’

उन्होंने कहा कि चुनौती क्रिकेट बहाल होने पर मैच फिटनेस बनाये रखने की होगी। उन्होंने कहा,‘‘सामान्य हालात होने पर मैच शुरू होंगे और ऐसे में अचानक अभ्यास का दबाव बनेगा। तेज रफ्तार से फिर गेंदबाजी करना तेज गेंदबाजों के लिये काफी जोखिमपूर्ण होगा।’’

बसु ने कहा कि आजकल हर भारतीय क्रिकेटर फिटनेस को काफी गंभीरता से ले रहा है तो दिक्कत नहीं होगी । उन्होंने कहा,‘‘ यह तारीफ के काबिल है कि सभी अपनी फिटनेस पर खुद ध्यान दे रहे हैं। सभी के पास घर में जिम है और वे दमखम पर काम कर रहे हैं। लेकिन यह नहीं कह सकते कि अनुकूलन पर कितना काम करने की जरूरत है।’’

उन्होंने खिलाड़ियों को सलाह देते हुए कहा ,‘‘ दिन भर लेटे रहना और चैनल बदलते रहना सही नहीं होगा। इससे दर्द को न्यौता मिलेगा। अपनी नींद का समय तय करें और उसके अनुसार दिनचर्या तय करें।’’ 

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