Highlightsदिल्ली में आईपीएल मैचों के आयोजन पर लगाया गया बैनदिल्ली सरकार ने कहा कि कोरोने से निपटने के लिए सामाजिक दूरी जरूरी
कोरोना वायरस के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए दिल्ली में आईपीएल मैचों समेत उन सभी खेल गतिविधियों, सेमीनार और सम्मेलनों के आयोजन पर प्रतिबंध लगाने लगा दिया गया है, जिनमें बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं।
एएनआई के मुताबिक, 'दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा, हमने आईपीएल जैसी उन सभी खेल गतिविधियों को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है, जिनमें बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप पर अंकुश के लिए सामाजिक दूरी आवश्यक है।'
मनीष सिसोदिया ने कहा, 'कोरोना वायरस को देखते हुए दिल्ली में एक महीने तक कोई खेल गतिविधि, सेमीनार या कॉन्फ्रेंस नहीं होंगे। हमारा उद्देश्य लोगों को बड़ी संख्या में एकत्र होने से रोकना है।'
इससे पहले दिल्ली सरकार ने कोरोना के खतरे को देखते हुए सभी स्कूल, कॉलेजों और सिनेमा हॉल को 31 मार्च तक बंद करने का फैसला किया था।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने भी गुरुवार को कोरोना के संकट को देखते हुए इस साल आईपीएल का आयोजन टालने की सलाह दी थी, हालांकि उसने अंतिम फैसला बीसीसीआई पर छोड़ा था।
कोरोना वायरस के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए आईपीएल 2020 को खाली स्टेडियम में कराने पर विचार किया जा रहा है। आईपीएल के भविष्य पर फैसला करने के लिए शनिवार (14 मार्च) को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक होनी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीएल फ्रेंचाइजी खाली स्टेडियम में मैच कराए जाने को तैयार है। लेकिन सरकार द्वारा 15 अप्रैल तक सभी टूरिस्ट वीजा पर रोक लगाए जाने से करीब 60 विदेशी खिलाड़ियों के 15 अप्रैल तक आईपीएल खेलने के लिए भारत आने पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं।
लेकिन फ्रेंचाइजी का कहना है कि बीसीसीआई को विदेशी खिलाड़ियों को 15 अप्रैल से पहले भारत आने की इजाजत देने के लिए सरकार को मनाना चाहिए, क्योंकि ऐसा न होने पर आईपीएल की चमक फीकी हो जाएगी।