Highlightsश्रीलंका ने अपने सात विश्व कप मैचों में से केवल दो जीते हैं।सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर है।बोर्ड के सदस्यों को इस्तीफा दे देना चाहिए।
CWC ODI World Cup 2023: भारत में वनडे विश्व कप में अपनी टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद श्रीलंका टीम सहित बोर्ड में हाहाकार है। विश्व कप में निराशाजनक अभियान के बाद खेल मंत्रालय ने क्रिकेट शासी निकाय बोर्ड को बर्खास्त कर दिया है और उसकी जगह एक अंतरिम समिति बना दी है।
श्रीलंका ने अपने सात विश्व कप मैचों में से केवल दो जीते हैं, लेकिन सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर है। मेजबान भारत से 302 रन की हार के बाद बोर्ड को नाराज प्रशंसकों की भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने संचालन संस्था श्रीलंका क्रिकेट को "देशद्रोही और भ्रष्ट" कहा और कहा कि बोर्ड के सदस्यों को इस्तीफा दे देना चाहिए।
मंत्री ने शेष बोर्ड सदस्यों को बर्खास्त कर दिया और उनकी जगह विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा की अध्यक्षता में एक अंतरिम समिति नियुक्त की। सात सदस्यीय समिति में रणतुंगा के साथ सुप्रीम कोर्ट के दो सेवानिवृत्त न्यायाधीश भी शामिल होंगे। सातवें स्थान पर मौजूद श्रीलंका सोमवार को अपने अंतिम ग्रुप चरण मैच में बांग्लादेश से भिड़ेगा।
श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के सचिव मोहन डी सिल्वा ने भारत में वनडे विश्व कप में अपनी टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इस्तीफा दे दिया है। श्रीलंका को गुरुवार को मुंबई में भारत ने 302 रन के बड़े अंतर से हराया था। जिसके बाद टीम सेमीफाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हो गयी है। भारत के खिलाफ श्रीलंका की टीम महज 55 रन पर आउट हो गयी।
इसके बाद देश के खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने एसएलसी प्रशासन के सामूहिक इस्तीफे की मांग की थी। रणसिंघे ने एक बयान में इस हार के लिए चयन समिति और एसएलसी प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। डी सिल्वा का इस्तीफा खेल मंत्री के आह्वान के बाद आया। शम्मी सिल्वा के नेतृत्व वाले एसएलसी प्रशासन ने वानखेड़े में हुई हार पर टीम प्रबंधन से जांच रिपोर्ट मांगी है।
शम्मी सिल्वा को एससीएल का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया था। यह एसएलसी में उनका लगातार तीसरा कार्यकाल है। उनका वर्तमान कार्यकाल 2025 में समाप्त होगा। श्रीलंका को अपना अगला मैच छह नवंबर को दिल्ली में बांग्लादेश के खिलाफ खेलना है। टीम को अब तक सात मैचों में केवल दो जीत मिली हैं।
मौजूदा विश्व कप में भारत से मिली करारी हार के बाद सोमवार को श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) प्रबंधन को बर्खास्त कर दिया गया। भारत ने दो नवंबर को मुंबई में खेले गए मैच में श्रीलंका को 302 रन से करारी शिकस्त दी थी। इसके बाद से ही लोगों में आक्रोश था तथा रणसिंघे शम्मी सिल्वा के नेतृत्व वाले एसएलसी प्रबंधन से त्यागपत्र देने की मांग की जा रही थी। इसके बाद ही यह कार्रवाई की गई।
इस हार के बाद से एसएलसी परिसर में कई बार प्रदर्शन किए गए और सिल्वा की अगुवाई वाले प्रबंधन से इस्तीफा देने की मांग की गई। इस कारण इमारत के बाहर पुलिस को भी तैनात किया गया। खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान अर्जुन रणतुंगा की अध्यक्षता में एक अंतरिम सात सदस्यीय समिति नियुक्त की है।
खेल मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि समिति की नियुक्ति 1973 के खेल कानून संख्या 25 के तहत की गई है। समिति में तीन सेवानिवृत्त न्यायाधीश और पूर्व एसएलसी अध्यक्ष उपाली धर्मदासा भी शामिल हैं। इस तरह से रणतुंगा की लंबे समय बाद श्रीलंका क्रिकेट में वापसी हुई है। वह इससे पहले 2008 में इसी तरह की अंतरिम समिति के अध्यक्ष थे