चेतेश्वर पुजारा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहांसबर्ग टेस्ट में अपने करियर का 17वां अर्धशतक तो जमाया लेकिन ये पारी उनके लिए कुछ खास यादगार नहीं बन पाई। 25 जनवरी को 30 साल के हुए पुजारा ने अपने जन्मदिन के एक दिन पहले जोहांसबर्ग टेस्ट के पहले दिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 173 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए।
ये पुजारा के करियर के सबसे धीमे अर्धशतकों में से एक है। पुजारा 179 गेंदों में 8 चौकों की मदद से 50 रन बनाकर आउट हुए। इतना ही नहीं पुजारा ने अपना खाता 54 गेंदों में खेला और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंदों में खाता खोलने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। इससे पहले 1994 में राजेश चौहान ने श्रीलंका के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में 57 गेंदों में अपना खाता खोला था।
पुजारा के लिए इस पारी के बाद और भी निराशाजनक बात ये रही कि दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें पहचाना ही नहीं और उनके अर्धशतक की खबर को ट्विटर पर रविचंद्रन अश्विन की तस्वीर के साथ ट्वीट कर दी।
दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड की इस बड़ी चूक पर भारतीय फैंस भड़क गए और सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। लोगों ने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड को याद दिलाते हुए कहा कि ये तस्वीर पुजारा की नहीं बल्कि अश्विन की है। फैंस की आलोचना के बाद भी ये तस्वीर अभी भी दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड के ट्विटर हैंडल से हटाई नहीं गई है।
जोहांसबर्ग टेस्ट के पहले दिन कोहली (54) और पुजारा (50) के अर्धशतकों के बावजूद भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 187 रन पर सिमट गई। भारत तीन मैचों की ये टेस्ट सीरीज पहले ही -0-2 से गंवा चुका है।