कोच रमेश पवार ने इन दो ट्वीट्स से बिना कुछ कहे साधा मिताली राज पर निशाना! विवाद गहराया

Ramesh Powar: महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पवार और मिताली राज के बीच जारी जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है, अब पवार ने किए दो ट्वीट्स

By अभिषेक पाण्डेय | Published: November 29, 2018 05:35 PM2018-11-29T17:35:01+5:302018-11-29T17:43:17+5:30

Coach Ramesh Powar shares two tweets after Mithali Raj revelations | कोच रमेश पवार ने इन दो ट्वीट्स से बिना कुछ कहे साधा मिताली राज पर निशाना! विवाद गहराया

मिताली राज और रमेश पवार के बीच जुबानी जंग जारी

googleNewsNext

भारतीय महिला क्रिकेट टीम में मिताली राज और कोच रमेश पवार के बीच सौरव गांगुली और ग्रेग चैपल के अंदाज में जंग छिड़ी हुई है। दोनों ने ही एकदूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए हमला बोला है। ये विवाद महिला टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिताली राज को न खिलाए जाने के बाद से शुरू हुआ है और अब भी जारी है। 

कोच रमेश पवार द्वारा टीम हित से ज्यादा खुद के लिए खेलने और ओपनिंग न कराए जाने पर संन्यास की धमकी का आरोप लगाए जाने के बाद मिताली राज ने गुरुवार को इसे अपनी 'जिंदगी का सबसे काला' दिन बताया था। मिताली ने कहा है कि उनकी देशभक्ति पर संदेह जताया गया, देश के लिए 20 साल खेलने की मेहनत बेकार हो गई।

मिताली के इस ट्वीट के बाद कोच रमेश पवार ने सोशल मीडिया पर दो ट्वीट किए जो प्रसिद्ध उद्धरण हैं। इनमें से एक में लिखा है, 'दूसरों को माफ कर दो, इसलिए नहीं कि वे माफी के हकदार हैं बल्कि इसलिए क्योंकि आप शांति के हकदार हैं।'


एक और ट्वीट में पवार ने महान बास्केटबॉल खिलाड़ी माइकल जॉर्डन का वाक्य शेयर किया है, 'बाधाएं आपको रोक नहीं सकती। अगर आप एक दीवार की तरफ दौड़ें, तो लौटें नहीं और हार नहीं मानें। तलाशिए कि इस पर कैसे चढ़ें, इसे कैसे पार करें, या उसके आसपार काम करें।'


इससे पहले मिताली राज ने कोच रमेश पवार के आरोपों के बाद ट्विटर पर लिखा, 'मैं खुद पर लगाए गए आक्षेप से बहुत ही दुखी और आहत हूं। खेल के प्रति मेरा समर्पण और देश के लिए 20 साल खेलना। कड़ी मेहनत, पसीना बहाना, सब व्यर्थ हो गए।'


सेमीफाइनल में न खिलाए जाने के बाद मिताली राज ने बीसीसीआई को लिखे खत में कोच रमेश पवार और सीओए सदस्य डायना एल्डुजी पर उन्हें अपमानित करने और उनका करियर बर्बाद करने की कोशिश का आरोप लगाया था। 

मिताली ने कहा था, 'मेरे 20 बरस के लंबे करियर में पहली बार मैने अपमानित महसूस किया। मुझे यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि देश के लिए मेरी सेवाओं की अहमियत सत्ता में मौजूद कुछ लोगों के लिए है भी या नहीं या वे मेरा आत्मविश्वास खत्म करना चाहते हैं।'

पवार ने मिताली पर लगाया था कोच को ब्लैकमेल करने का आरोप

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पवार ने बीसीसीआई और सीईओ राहुल जोहरी और जनरल मैनेजर क्रिकेट ऑपरेशंस सबा करीम को हाल ही में हुए महिला वर्ल्ड टी20 को लेकर अपनी 10 पेज की रिपोर्ट में मिताली राज पर कोचों को 'ब्लैकमैल करने और दबाव डालने' का आरोप लगाया था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पवार ने लिखा है, 'मुझे उम्मीद है कि मिताली कोचों को ब्लैकमेल करना, उन पर दबाव बनाना और टीम से पहले अपना हित रखना बंद कर देंगी। मुझे उम्मीद है कि वह बड़ा परिदृश्य देखेंगी और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की भलाई के लिए काम करेंगी।'

पवार ने मिताली पर टीम हित के बजाय अपने रिकॉर्ड के लिए खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी धीमी बैटिंग से बाकी के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा।

पवार के मुताबिक, पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले मिताली को मिडिल ऑर्डर में खिलाए जाने पर सहमति बनी थी। लेकिन मिताली ने ओपनिंग न कराए जाने पर संन्यास लेने की धमकी दे दी थी, जिसके बाद उन्हें आखिरी समय में इस मैच में ओपनर बनाया गया।

पवार ने कहा है, 'पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद मिताली ने कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों का एक समूह बना लिया था और टीम से दूर रहती थीं। एक कोच के तौर पर उनके जैसे लेजेंड खिलाड़ी द्वारा टीम को बांटने की कोशिश करते देखना दुखद था।' 

Open in app