लंदन, 08 अगस्त: कोई बल्लेबाज शतक के करीब हो और गेंदबाज जानबूझकर उसे ऐसा न करने दे तो? कुछ ऐसा ही हुआ इंग्लैंड में एक स्थानीय लीग मैच में, जिसमें गेंदबाज ने खेल भावना के खिलाफ बर्ताव करते हुए बल्लेबाज को शतक से महरूम कर दिया। ये घटना सॉमरसेट क्रिकेट लीग मैच में माइनहेड क्रिकेट क्लब और पर्नेल क्रिकेट क्लब के बीच खेले गए मैच के दौरान हुआ।
माइनहेड के जे डेरेल 98 रन पर बैटिंग कर रहे थे और लीग में अपने पहले शतक की ओर बढ़ रहे थे और उनकी टीम को जीत के लिए दो रन की जरूरत थी। लेकिन बल्लेबाज शतक से दूर रह गया क्योंकि क्रिकेट मैदान पर सबसे हैरान करने वाली घटनाओं में से एक घटी।
पर्नेल सीसी के एक अज्ञात गेंदबाज ने गेंद को बाउंड्री की तरफ फेंक दिया और नो बॉल पर की गेंद बाउंड्री के बाहर चली गई। इससे माइनहेड की टीम जीत तो गई लेकिन जे डेरेल 98 रन पर नाबाद रह गए और शतक नहीं बना पाए।
मैच के बाद पर्नेल के गेंदबाज की इस हरकत की कड़ी आलोचना हुई। माइनहेड के मार्श एंगस ने ट्विटर पर इस घटना की आलोचना की और इसे 'अपने जीवन की सबसे खराब घटना' करार दिया।
ये क्रिकेट इतिहास में पहली बार नहीं है जब फील्डिंग करने वाली टीम ने खेल भावना के खिलाफ जाते हुए बल्लेबाज को शतक से रोका है। कैरेबियन प्रीमियर लीग 2017 में जब सेंट कीट्स ऐंड नेविस पैट्रियॉट्स को बारबाडस ट्राइडेंट्स को हराने के लिए सिर्फ एक रन की जरूरत थी और इविन लुइस 32 गेंदों में 97 रन बनाकर खेल रहे थे तो बारबाडोस के लिए खेल रहे वेस्टइंडीज के स्टार ऑलराउंडर कीरोन पोलार्ड ने जानबूझकर नो बॉल फेंक दी थी।
यही नहीं 2010 में एक वनडे मैच के दौरान जब वीरेंद्र सहवाग 99 रन पर खेल रहे थे और भारत जीत से एक रन दूर था तो श्रीलंकाई गेंदबाज सूरज रणदीव ने नो बॉल फेंक दी थी और सहवाग शतक से दूर रह गए थे। इसके बाद रणदीव को एक मैच के लिए निलंबित किया गया था।
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