बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: दिल्ली में पिछले 36 साल से अजेय है टीम इंडिया, अंतिम 12 में 10 टेस्ट जीते, जानिए पूरा रिकॉर्ड

अरुण जेटली स्टेडियम में भारतीय टीम के रिकॉर्ड की बात करें तो इस मैदान में टीम इंडिया ने अब तक 34 टेस्ट खेले हैं जिनमें 13 जीते हैं और 6 हारे हैं। इस मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया 7 बार एक दूसरे के आमने सामने आ चुकी हैं। इन सात मुकाबलों में भारतीय टीम ने 3 में बाजी मारी है जबकि कंगारू टीम को 1 में जीत मिली है।

By शिवेंद्र राय | Published: February 15, 2023 02:33 PM2023-02-15T14:33:39+5:302023-02-15T14:35:27+5:30

Border-Gavaskar Trophy India invincible in Delhi for the last 36 years know complete record | बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: दिल्ली में पिछले 36 साल से अजेय है टीम इंडिया, अंतिम 12 में 10 टेस्ट जीते, जानिए पूरा रिकॉर्ड

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट शुक्रवार से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा

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Highlightsटीम इंडिया ने दिल्ली में अब तब 34 टेस्ट खेले हैं और 13 में जीत हासिल की हैपिछले 36 साल से भारतीय टीम दिल्ली में कोई टेस्ट नहीं हारी हैभारत ने दिल्ली में खेले गए अंतिम 12 में से 10 टेस्ट में जीत हासिल की है

नई दिल्ली: भारत और आस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट शुक्रवार से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम की पिच स्पिन गेंदबाजी के लिए मददगार मानी जाती है इसलिए दोनो ही टीमें 3-3 स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतर सकती हैं। पहले टेस्ट में मिला करारी हार के बाद ऑस्ट्रलिया की टीम भी वापसी के लिए पूरी कोशिश करेगी लेकिन दिल्ली में टीम इंडिया के आंकड़ों को देखते हुए ये आसान नहीं रहने वाला है।

अगर अरुण जेटली स्टेडियम में भारतीय टीम के रिकॉर्ड की बात करें तो इस मैदान में टीम इंडिया ने अब तक 34 टेस्ट खेले हैं जिनमें 13 जीते हैं और 6 हारे हैं। बाकी मैच बेनतीजा समाप्त हुए। इस मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया 7 बार एक दूसरे के आमने सामने आ चुकी हैं। इन सात मुकाबलों में भारतीय टीम ने 3 में बाजी मारी है जबकि कंगारू टीम को 1 में जीत मिली है। पिछले 36 साल यानी कि  1987 से भारतीय टीम दिल्ली में कोई टेस्ट नहीं हारी है। दिल्ली में भारतीय स्पिनर्स ने 34 टेस्ट में 336 विकेट लिए हैं। इसके अलावा भारत ने दिल्ली में खेले गए अंतिम 12 में से 10 टेस्ट में जीत हासिल की है, जबकि 2 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।

आकंड़े बाताते हैं कि भारत का पलड़ा ऑस्ट्रेलिया से कई गुना भारी है। इसे बराबर पर लाने के लिए ऑस्ट्रेलिया भी तीन स्पिनरों के साथ उतर सकती है। नाथन लियोन, मर्फी के अलावा बायें हाथ के प्रतिभाशाली ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज कुह्नमैन को भी 17 फरवरी से दिल्ली में होने वाले मैच में मौका मिल सकता है।

ऑस्ट्रेलिया की अंडर -19 टीम का हिस्सा रहे मैथ्यू कुह्नमैन पिछले साल श्रीलंका में चार एकदिवसीय मैचों में छह विकेट लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। हालांकि कुह्नमैन को अभी टेस्ट क्रिकेट का अनुङव नहीं है लेकिन जिस गेंदबाजी शैली में वह गेंदबाजी करते हैं उससे ऑस्ट्रेलिया को फायदा हो सकता है। ये भी चर्चा है कि नई दिल्ली में शुरू होने वाले दूसरे मैच में डेविड वार्नर की जगह ऑफ स्पिन ऑलराउंडर ट्रेविस हेड को मौका दिया जा सकता है।

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