एशिया कप में भिड़ंत के बाद, भारत-पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच मैदान के बाहर होगी कानूनी जंग

BCCI vs PCB: भारत और पाकिस्तान के बीच मैदान की जंग की हर तरफ चर्चा है, लेकिन अब दोनों देशों के बोर्ड मैदान के बाहर भी भिड़ने को तैयार हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 19, 2018 02:15 PM2018-09-19T14:15:55+5:302018-09-19T14:15:55+5:30

BCCI PCB ready for legal battle on bilateral cricket series issue | एशिया कप में भिड़ंत के बाद, भारत-पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच मैदान के बाहर होगी कानूनी जंग

भारत और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड कानूनी लड़ाई के लिए तैयार

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दुबई, 19 सितंबर: एक तरफ जब भारत-पाकिस्तान की टीमें एशिया कप ग्रुप मैच में 19 सितंबर को भिड़ने को तैयार हैं तो मैदान के बाहर भी भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्डों के बीच आपस में ठन गई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) दुबई में 1 अक्टूबर से शुरू होने जा रही कानूनी कड़ाई की तैयारियों में व्यस्त हैं। 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट मुताबिक, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों की गैरमौजूदगी में पिछले साल पीसीबी ने बीसीसीआई के खिलाफ आईसीसी में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई थी। 

इसके मुताबिक बीसीसीआई के द्विपक्षीय सीरीज ने खेलने के फैसले से पीसीबी को भारी नुकसान होने की बात कही गई थी और पीसीबी ने बीसीसीआई से 70 मिलियन डॉलर मुआवजे की मांग की थी। पीसीबी ने इस मामले में आईसीसी की विवाद समाधान समिति के पास गई थी।

अब इस मामले की 1-3 अक्टूबर के बीच दुबई में सुनवाई होनी है जिसमें आईसीसी विवाद समाधान पैनल की चेयरमैन माइकल बेलॉफ क्यूसी होंगे। माइकल बेलॉफ एक अंग्रेज बैरिस्टर हैं और ब्लैकस्टोन चैंबर्स के सदस्य हैं। 

रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई ने इस केस में अपना पक्ष रखने के लिए दुबई स्थित एक लॉ फर्म हर्बर्ट स्मिथ फ्रीहिल्स और ब्रिटेन के खेल वकील इयान मिल्स को हायर किया है। वहीं भारत में बीसीसीआई के साथ काम करने वाली लॉ फर्म साइरिल अमरचंद, बोर्ड को बैकऐंड असिस्टेंट प्रदान करेंगे। 

इस केस की सुनवाई यूएई में होगी, जहां आईसीसी का मुख्यालय है। लेकिन मामले की सुनवाई आईसीसी के संविधान के मुताबिक यूके के नियम के मुताबिक होगी। इसीलिए दोनों क्रिकेट बोर्डों के लिए यूनाइटेड किंगडम से कानूनी विशेषज्ञों को चुनना अनिवार्य हो गया है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई सचिव अमिताभ चौधरी, सीईओ राहुल जोहरी और हर्बर्ट स्मिथ और साइरिल अमरचंद के वकीलों और इयान मिल्स के साथ दुबई में मंगलवार को केस पर विस्तार से चर्चा की।

रिपोर्ट के मुताबिक पीसीबी ने विद्वान और अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता मामलों के जानकार जान पॉलसेन की सेवाएं ली हैं, लेकिन उन्हें हायर किए जाने की पुष्टि नहीं की जा सकी है।

भारत ने पाकिस्तान से आखिरी बार द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज 2007 में खेली थी जबकि वनडे सीरीज 2012 में हुई थी। इन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन न होने को लेकर पीसीबी ने बीसीसीआई पर आईसीसी के फ्यूचर टूर प्रोग्राम (FTP) कैलेंडर का सम्मान न करने का आरोप लगाया है। 

पीसीबी के पूर्व चेयरमैन और जाने-माने प्रशासक शहरयान खान ने तो बोर्ड पर बीसीसीआई के खिलाफ इस संबंध में स्पष्ट रूप से कमजोर केस दायर करने की बात कही थी। 

वहीं बीसीसीआई का कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने के मुद्दे पर सरकार से लगातार संपर्क में है और इसका निर्णय उनके हाथ में नहीं है। बीसीसीआई का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट खेलने का मुद्दा राजनयिक मामला है और इसे दोनों देशों की सरकारों को सुलझाना है। 

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