Highlightsभारत का स्कोर तीन विकेट पर 188 रन था जो छह विकेट पर 206 हो गया।दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद की रफ्तार और स्विंग निचले मध्यक्रम के बल्लेबाज नहीं झेल सके।पहले दिन का खेल समाप्त होने पर रविचंद्रन अश्विन 15 और रिधिमान साहा नौ रन बनाकर खेल रहे थे।
एडिलेडः भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि भारत को करारा झटका लगा, जब ओपनर पृथ्वी साव पहले ही ओवर में आउट हो गए।
मयंक अग्रवाल ने थोड़ी देर तक संघर्ष किया। ऑस्ट्रेलियाई पेसरों का बोलबाला रहा। पेसरों की किस्मत उस समय चमक गई, जब रहाणे ने अपनी कॉल गड़बड़ की और ऑस्ट्रेलिया को कोहली का विकेट गिफ्ट के रूप में मिला।
कोहली 74 रन बना चुके थे और शतक की ओर बढ़ते नजर आ रहे थे। उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने उन्हें एक रन लेने के लिये पुकारा लेकिन बाद में पीछे हट गए। दूसरी नयी गेंद लिये जाने से कुछ समय पहले ही कोहली रन आउट हो गए। यह टेस्ट क्रिकेट में दूसरा अवसर है जबकि कोहली रन आउट हुए। इससे पहले 2012 में एडीलेड में ही वह रन आउट हो गये थे।
पहले दो सत्र की रणनीति पर कोई खेद नहीं : पुजारा
चेतेश्वर पुजारा को अपना पहला चौका जड़ने के लिये 148 गेंदों तक इंतजार करना पड़ा लेकिन भारत के इस सीनियर बल्लेबाज को ऐसा नहीं लगता है कि उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ गुलाबी गेंद से खेले जा रहे पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन गुरुवार को बेहद धीमी बल्लेबाजी की। भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 233 रन बनाये हैं जिसमें पुजारा के 160 गेंदों पर बनाये गये 43 रन भी शामिल हैं और उनका मानना है कि पहली पारी में 350 रन का स्कोर अच्छा होगा।
पुजारा से मैच के बाद पूछा गया कि क्या वह अपनी पारी में थोड़ा तेजी दिखा सकते थे, तो सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने ‘न’ में जवाब दिया। उन्होंने भारत के पहले सत्र में 41 और दूसरे सत्र में 66 रन बनाने का बचाव किया। उन्होंने कहा, ‘‘नहीं कतई नहीं। पहले दो सत्र में हम बहुत अच्छी स्थिति में थे।’’ पुजारा ने कहा, ‘‘जब गेंद स्विंग कर रही थी तो हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत थी कि हम विकेट न गंवाये। यह टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से शानदार दिन था और रणनीति को लेकर हमें कोई खेद नहीं है। हम शॉट खेलकर अधिक विकेट नहीं गंवा सकते थे और नहीं चाहते थे कि हमारी पूरी टीम दिन में आउट हो जाए। ’’
उन्होंने अपनी बल्लेबाजी शैली का भी बचाव किया क्योंकि विकेट शॉट खेलने के लिये उपयुक्त नहीं था। पुजारा ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की जरूरत होती है। अगर विकेट सपाट होता है तो आप आक्रामक हो सकते हो लेकिन जब उससे गेंदबाजों को मदद मिल रही हो तो आप बहुत अधिक शॉट नहीं खेल सकते। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी परिस्थितियों में आप (पहली पारी में) 200 से कम का स्कोर नहीं चाहते। पहले दो सत्र में गेंदबाज और पिच दोनों तरोताजा थे। ’’ पुजारा का मानना है कि मैच पर अभी दोनों टीमों की समान पकड़ बनी हुई है हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कप्तान विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के आउट होने से आस्ट्रेलिया थोड़ा फायदे की स्थिति में है।
डिनर ब्रेक के बाद नाथन लियोन और पुजारा के बीच गजब की जंग देखने को मिली और भारतीय बल्लेबाज ने आस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर की पिछले पांच वर्षों में विश्वस्तरीय गेंदबाज बनने के लिये प्रशंसा की। पुजारा ने कहा, ‘‘उसने गेंदबाजी में काफी सुधार किया है। उसकी लाइन व लेंथ वास्तव में सुधरी है। वह चुनौती पसंद करता है और उसका सामना करते हुए आपको भी उस चुनौती का सामना करने के लिये तैयार होना पड़ता है। ’’
कोहली का रन आउट होना बेहद महत्वपूर्ण : लियोन
आस्ट्रेलिया के स्पिनर नाथन लियोन का मानना है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली का पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन गुरुवार को यहां रन आउट होना बेहद महत्वपूर्ण मोड़ रहा जिससे मैच का पासा थोड़ा उनकी तरफ पलट गया। भारत एक समय तीन विकेट पर 188 रन बनाकर अच्छी स्थिति में दिख रहा था लेकिन अजिंक्य रहाणे और कोहली के बीच गफलत के कारण भारतीय कप्तान रन आउट हो गया। कोहली ने 74 रन बनाये। जब दिन का खेल समाप्त हुआ तब भारत ने छह विकेट पर 233 रन बनाये थे।
लियोन ने पहले दिन के खेल के बाद वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह बेहद महत्वपूर्ण था। इस तरह से विकेट हासिल करना और वह भी विराट का तो यह महत्वपूर्ण मोड़ था। वह बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था इसलिए इस तरह से विकेट मिलने से बहुत खुशी हुई। ’’ लियोन से कोहली और चेतेश्वर पुजारा (160 गेंदों पर 43 रन) के साथ जंग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इन दोनों की बल्लेबाजी शैली भिन्न है और वह चुनौती का लुत्फ उठाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छा था। अच्छी बातचीत भी हुई लेकिन यह जंग दुनिया के दो सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ थी। पहले दिन के विकेट पर यह बहुत बड़ी चुनौती थी। उनकी (कोहली और पुजारा) स्पिन गेंदबाजी खेलते हुए शैली और रवैया भिन्न है। मुझे हमेशा सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों के खिलाफ चुनौती पसंद आती है। ’’
लियोन ने कहा कि आस्ट्रेलिया गुरुवार के खेल से खुश है। पुजारा को आउट करने वाले लियोन ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर संतोषजनक दिन रहा लेकिन हम और बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। हम अभी जिस स्थिति में हैं उससे खुश हैं लेकिन हम गेंदबाजी इकाई के तौर पर और बेहतर कर सकते हैं। हम खुश हैं लेकिन अभी काफी कुछ करना बाकी है। ’’