दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन में खेले गए पहले वनडे में भारत की शानदार जीत का श्रेय भले ही शतक जड़ने वाले कोहली को दिया जा रहा है। लेकिन टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि भारत की जीत में अजिंक्य रहाणे का योगदान कोहली से कम कतई नहीं था। कोहली ने पहले वनडे में 112 रन की पारी खेली थी जबकि रहाणे ने 79 रन बनाए थे। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 189 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की थी जिसकी बदौलत भारत ने 270 रन का लक्ष्य 27 गेंदें बाकी रहते ही हासिल कर लिया था।
सौरव गांगुली ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए लिखे अपने कॉलम में कहा है कि उनकी नजर में दोनों ही पारियों का महत्व समान है लेकिन रहाणे को अभी अपने कप्तान से अर्धशतक को शतक में बदलने का हुनर सीखने की जरूरत है।
गांगुली ने लिखा है, 'अजिंक्य रहाणे और भुवनेश्वर कुमार ने जिस तरह से खुद को साबित किया उससे मैं बहुत खुश हूं। वे दोनों इस टीम के लिए कीमती हैं।' रहाणे की पारी की तारीफ करते हुए गांगुली ने लिखा, 'रहाणे का प्रदर्शन हैरान करने वाला नहीं था क्योंकि वह एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। एक बल्लेबाज के तौर पर उनकी योग्यता के साथ ही उन्हें अपने कप्तान से ये सीखने की जरूरत है कि शतक कैसे बनाते हैं। शायद साथ में डिनर पर जाने से मदद मिल सकती है! पहले वनडे के दौरान उनकी 79 रन की पारी विराट जितनी ही अच्छी थी लेकिन अंतर ये है कि कोहली बहुत ही कम सेट हो जाने के बाद शतक से चूकते हैं।' (पढ़ें: अजिंक्य रहाणे ने पहले वनडे में किया कमाल, बराबर किया सचिन, द्रविड़ और कोहली का ये रिकॉर्ड)
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गांगुली की मानना है कि चोट के कारण एबी डिविलियर्स के पहले तीन वनडे से बाहर होने से दक्षिण अफ्रीकी टीम कमजोर हुई है और इससे भारत को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिलेगी। गांगुली ने कहा, 'अभी काफी क्रिकेट खेला जाना बाकी है लेकिन मुझे लगता है कि भारत ने पिछले दो मैचों के दौरान दक्षिण अफ्रीका को मनोवैज्ञानिक रूप से झटका दिया है। डिविलियर्स और स्टेन के बिना दक्षिण अफ्रीका टीम में बड़ा गहरा गैप आ गया है।'