कोरोना के बीच धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट, भड़के आकाश चोपड़ा ने किया ट्वीट, लोगों ने कर दिया ट्रोल

पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने लॉकडाउन के साथ धार्मिक स्थलों को खोलने पर ट्वीट किया, जिसके बाद उन्हें जमकर ट्रोल किया गया...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: May 31, 2020 02:06 PM2020-05-31T14:06:10+5:302020-05-31T14:10:25+5:30

Aakash Chopra questions government's decision to reopen religious places | कोरोना के बीच धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट, भड़के आकाश चोपड़ा ने किया ट्वीट, लोगों ने कर दिया ट्रोल

कोरोना के बीच धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट, भड़के आकाश चोपड़ा ने किया ट्वीट, लोगों ने कर दिया ट्रोल

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Highlightsकोरोना की चपेट में देश।संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में 30 जून तक लॉकडाउन।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आठ जून से लागू होने वाले नये दिशा-निर्देशों की शनिवार को घोषणा की जिनमें देश में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन में काफी छूट दी गयी है तथा इसके तहत शॉपिंग मॉल, रेस्तरां और धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति होगी। हालांकि देश के संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में 30 जून तक लॉकडाउन का कड़ाई से पालन होता रहेगा। 

पूर्व क्रिकेटर और विख्यात कमेंटेटर आकाश चोपड़ा इस फैसले से नाखुश दिखे। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, "मॉल, रेस्त्रां आदि .. ये वित्तीय जरूरतों के लिए जरूरी हैं.. और शायद, इसलिए उन्हें हमेशा के लिए बंद रखना संभव नहीं है लेकिन हमें धार्मिक स्थलों को खोलने की जरूरत क्या है? ईश्वर हर जगह है.... या नहीं है?"

इस पर लोगों ने आकाश चोपड़ा को जमकर ट्रोल किया।

एक ने तो ये तक लिखा दिया कि "क्रिकेट तो गली में भी खेल सकते है तो जब तक कोरोना खत्म नहीं हो जाता क्रिकेट तो भी तो बंद कर देना चाहिए..."

 गृह मंत्रालय देश के निषिद्ध क्षेत्रों में लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ाने की घोषणा की। साथ ही कहा कि आठ जून से आतिथ्य सत्कार (हॉस्पिटेलिटी) सेवाओं, होटलों और शॉपिंग मॉल को चरणबद्ध तरीके से खोलने की अनुमति होगी। किंतु स्कूल और कॉलेजों को खोलने के बारे में राज्य सरकारों के साथ जुलाई में विचार विमर्श कर निर्णय किया जाएगा। 

लॉकडाउन के बाद देश को चरणबद्ध तरीके से खोलने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए केन्द्र ने कहा है कि सार्वजनिक धार्मिक स्थलों, होटलों, रेस्तरां, शॉपिंग मॉल और अन्य आतिथ्य सत्कार सेवाएं भी आठ जून से शुरू हो जाएंगी। 

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा है कि वह अन्य मंत्रालयों, विभागों और संबंधित लोगों तथा प्राधिकरणों के साथ सलाह करके इन क्षेत्रों को खोलने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तय करे ताकि सामाजिक दूरी (दो गज की दूरी) के नियम का पालन हो सके और कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रुके। 

दूसरे चरण में स्कूलों और कॉलेजों सहित शिक्षण संस्थानों को राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों की सलाह से जुलाई में खोलने का फैसला लिया जाएगा और इस बीच ये संस्थान के स्तर पर अभिभावकों तथा अन्य संबंधित पक्षों के साथ इस विषय पर चर्चा करेंगे।

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