आईपीएल के 11वें सीजन के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने बड़ा दांव खेलते हुए गौतम गंभीर को खरीदा और टीम का कप्तान बनाया। बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर इससे पहले साल 2008, 2009 और 2010 में टीम के साथ खिलाड़ी के तौर पर जुड़े थे। इसके बाद उनको कोलकाता नाइट राइडर्स ने खरीद लिया था और उन्होंने केकेआर को दो बार चैंपियन भी बनाया था।
दिल्ली डेयरडेविल्स आईपीएल की उन टीमों में शामिल है, जो अब तक आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई है। यहां तक कि कभी भी यह टीम फाइनल तक का भी सफर तय नहीं कर पाई है। अब टीम के कप्तान गौतम गंभीर पर दिल्ली टीम की किस्मत बदलने की जिम्मेदारी है। दिल्ली डेयरडेविल्स ने इस साल नीलामी से पहले अपने तीन खिलाड़ियों श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और क्रिस मॉरिस को रिटेन किया था, जबकि नीलामी में दिल्ली के फ्रेंचाइजी ने 22 प्लेयर्स को खरीदा।
ऐसी है दिल्ली डेयरडेविल्स :
टीम को दो बार चैंपियन बनाने वाला कप्तान :
इस साल दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में गौतम गंभीर की वापसी हुई है और उनके पास कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार साल 2012 और 2014 में चैंपियन बनाने का अनुभव है। उन्होंने अब तक खेल 148 आईपीएल मैचों में 124.6 की औसत से 4132 रन बनाए हैं। गंभीर ने अब आईपीएल में 35 अर्धशतक भी जड़े हैं। (यह भी पढ़ें- IPL 2018: क्या धोनी करा पाएंगे चेन्नई का कमबैक, जानिए टीम की ताकत और कमजोरी)
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के ऑलराउंडर :
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम फ्रेंचाइजी ने इस साल 10 ऑलराउंडर्स को खरीदा है। ये खिलाड़ी टीम को हर क्षेत्र में अपनी ताकत देते हैं। दिल्ली की टीम ने क्रिस मॉरिस, ग्लेन मैक्सवेल, कॉलिन मुनरो, राहुल तेवतिया, विजय शंकर, हर्शल पटेल, डेनियल क्रिश्चियन, जयंत यादव, गुरकीरत मानसिंह और अभिषेक शर्मा को ऑलराउंडर के रूप में शामिल किया है।
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के बल्लेबाज :
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम की सबसे बड़ी ताकत टीम के इनफॉर्म में बल्लेबाज हैं। इस साल नीलामी के दौरान दिल्ली टीम मैनेजमेंट ने मनजोत कालरा, पृथ्वी शॉ सहित न्यूजीलैण्ड के तूफानी सलामी बल्लेबाज कॉलिन मुनरो जैसे इनफॉर्म बल्लेबाजों पर दाव खेला हैं। दिल्ली की टीम ने श्रेयस अय्यर, जेसन रॉय, पृथ्वी शॉ और मनजोत कालरा को बल्लेबाज के रूप में शामिल किया है। वहीं टीम में दो रिषभ पंत और नमन ओझा दो विकेटकीपर बल्लेबाज भी हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के गेंदबाज :
बैटिंग और ऑलराउंडर्स के अलावा दिल्ली टीम की गेंदबाजी भी काफी धारदार है। नीलामी में दिल्ली की टीम ने अपने पुराने और अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद शमी व कगीसो रवादा को राइट टू मैच के तहत शामिल किया। फ्रेंचाइजी ने मोहम्मद शमी, कगिसो रबादा, अमित मिश्रा, आवेश खान, शाहबाज नदीम, ट्रेन्ट बोल्ट, संदीप लैमीछाने और सयन घोष को गेंदबाज के रूप में शामिल किया है। (यह भी पढ़ें- IPL 2018: क्या रोहित शर्मा की कप्तानी फिर करेगी कमाल, जानें मुंबई इंडियंस की क्या है ताकत)
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम की ताकत :
आईपीएल के इस सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज रिकी पोंटिग को कोच बनाया है और यह टीम की सबसे बड़ी मजबूती है। पोंटिंग के पास मुंबई इंडियंस को मेंटर रहते हुए चैंपियन बनाने का अनुभव है। दिल्ली टीम के पास गौतम गंभीर के रूप में एक अनुभवी कप्तान भी है।
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम की कमजोरी :
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने ज्यादातर युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है और उनके पास अनुभव की कमी है। ज्यादातर खिलाड़ियों के पास इंटरनेशनल टी-20 मैच खेलने का अनुभव नहीं है। टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पत्नी के साथ विवाद के कारण पहले परेशान थे, अब एक्सीडेंट के बाद चोटिल हो गए हैं। अंडर-19 को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कोच राहुल द्रविड़ इस बार टीम के साथ नहीं होंगे, क्योंकि अंडर-19 और भारत ए टीम का कोच बनाए जाने के बाद उन्होंने दिल्ली टीम के मेंटर पद से इस्तीफा दिया था।
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