Highlightsइमरान नजीर ने 8 टेस्ट, 79 वनडे और 25 टी20 मैचों में क्रमश: उन्होंने 427, 1895 और 500 रन बनाए हम इमरान नजीर का अच्छे से प्रयोग कर सकते थे, लेकिन हम नहीं कर सके: अख्तर
अपने बयानों के लिए चर्चित पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने दावा किया है कि इमरान नजीर टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग से ज्यादा प्रतिभाशाली बल्लेबाज थे।
सहवाग को भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे विध्वसंक ओपनरों में से गिना जाता है, जिनमें अकेले दम विपक्षी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने की क्षमता थी। सहवाग ने अपने इंटरनेशनल करियर में 17 हजार से ज्यादा रन बनाए।
अख्तर का दावा, सहवाग से ज्यादा प्रतिभाशाली थे इमरान नजीर
लेकिन अपने चौंकाने वालों दावों के लिए चर्चित शोएब अख्तर ने कहा कि इमरान नजीर प्रतिभा के मामले में सहवाग से आगे थे और अगर टीम मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा किया होता तो वह पाकिस्तान के लिए सहवाग से भी बेहतर बल्लेबाज बन सकते थे।
नजीर ने अपने करियर में 8 टेस्ट, 79 वनडे और 25 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले, जिसमें क्रमश: उन्होंने 427, 1895 और 500 रन बनाए।
अख्तर ने क्रिकेट पाकिस्तान टीवी शो पर कहा, 'मुझे नहीं लगता कि इमरान नजीर के पास सहवाग जैसा दिमाग था। मुझे नहीं लगता कि सहवाग के पास इमरान नजीर जैसी प्रतिभा थी। प्रतिभा के मामले में कोई तुलना नहीं है। हमने उन्हें बहुत कम मौके दिए। जब उन्होंने भारत के खिलाफ एक मैच में जोरदार शतक जड़ा था तो मैंने उनसे कहा कि वे इमरान नजीर को लगातार खिलाएं, लेकिन उन्होंने नहीं सुना।'
अख्तर ने नजीर को मौका नहीं देने के लिेए पाक टीम मैनेजमेंट को लताड़ा
अख्तर ने कहा, 'ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम नहीं जानते की हमारे ब्रैंड्स का ख्याल कैसे रखना है। हमारे पास इमरान नजीर के रूप में सहवाग से बेहतर खिलाड़ी हो सकता था। उनके पास वे सभी शॉट थे, साथ ही वह एक अच्छे फील्डर भी थे। हम उन्हें अच्छे से प्रयोग कर सकते थे, लेकिन हम नहीं कर सके।'
नजीर की प्रतिभा का सही उपयोग नहीं कर पाने के लिए पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट की आलोचना करने वाले अख्तर ने ये भी खुलासा किया कि कैसे जावेद मियांदाद ने नजीर को पाकिस्तान के लिए अच्छा खेलने में अहम भूमिका निभाई थी।
अख्तर ने कहा, 'जब भी इमरान नजीर अच्छा खेले, तो ये जावेद मियांदाद की वजह से थे। वह ड्रेसिंग रूम में होते तो उसे खेलने का मौका देने की कोशिश करते। जब भी वह खराब शॉट खेलता तो जावेद भाई उसे मैसेज भेजकर खेल पर ध्यान बनाए रखने को कहते थे।'