लाइव न्यूज़ :

आठ MI- 17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं, बस्तर में मतदान कर्मियों की सुरक्षा ऐसे की गई सुनिश्चित

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 11, 2023 12:26 IST

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में मतदान दलों को तैनात करने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के आठ एमआई—17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं।

Open in App
ठळक मुद्देआठ एमआई—17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं 12 विधानसभा क्षेत्रों समेत 20 सीटों पर सात नवंबर को मतदान हुआबस्तर क्षेत्र में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की थी

Chhattisgarh Assembly Elections 2023:  छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में मतदान दलों को तैनात करने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के आठ एमआई—17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक, बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार की घोषणा और कुछ नक्सली घटनाओं को छोड़कर आमतौर मतदान शांतिपूर्ण रहा, जिसमें वायुसेना ने बड़ी भूमिका निभाई।

बस्तर संभाग के 12 विधानसभा क्षेत्रों समेत 20 सीटों पर सात नवंबर को मतदान हुआ। अन्य 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण में 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार को 'एक्स' पर बताया, "सभी चुनौतियों को पार करते हुए, भारतीय वायु सेना ने आठ एमआई 17 के साथ 404 उड़ानें भरी, 853 मतदान दल के सदस्यों को 43 स्थानों से सुरक्षित रूप से पहुंचाया, जिससे कठिन वामपंथी प्रभावित क्षेत्र में एक सफल चुनावी प्रक्रिया संभव हो सकी। भारतीय वायु सेना को सलाम।"

बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि सात नवंबर को हुए पहले चरण के मतदान के लिए चार से छह नवंबर तक बस्तर संभाग के पांच जिलों सुकमा, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के 156 मतदान केंद्रों के लिए 860 से अधिक मतदान दल के सदस्यों को एमआई-17 हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा गया था। सुंदरराज ने बताया कि मतदान समाप्त होने के बाद क्रमबद्ध तरीके से अगले तीन दिनों में सभी पीठासीन अधिकारियों, ईव्हीएम मशीन तथा मतदान दल के सभी सदस्यों को संबंधित जिला मुख्यालय वापस लाया गया। यह प्रक्रिया नौ नवंबर को संपन्न हो गई। उन्होंने बताया कि मतदान कर्मियों को ठहराने के लिए संबंधित सुरक्षा शिविर और अन्य उचित स्थानों में सुरक्षित व्यवस्था प्रशासन, पुलिस और सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने की थी। पुलिस महानिरीक्षक ने शांतिपूर्ण मतदान को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारतीय वायुसेना के प्रति आभार व्यक्त किया है।

नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में पूर्व में हेलीकॉप्टरों पर नक्सली गोलीबारी की कई घटनाएं हुई हैं। 2008 के विधानसभा चुनाव में, बीजापुर के पीडिया गांव से वोटिंग मशीनों और कर्मियों के साथ उड़ान भरने के तुरंत बाद नक्सलियों ने भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर पर गोलीबारी की थी। इस हमले में फ्लाइट इंजीनियर सार्जेंट मुस्तफा अली की मौत हो गई थी। हमले में हेलीकॉप्टर को क्षति पहुंचने के बावजूद कप्तान, स्क्वाड्रन लीडर टी.के. चौधरी उड़ान भरने में सफल रहे थे। 

टॅग्स :छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023विधानसभा चुनाव 2023इंडियन एयर फोर्सनक्सल
Open in App

संबंधित खबरें

भारतएयर मार्शल यल्ला उमेश ने भारतीय वायुसेना के नागपुर मेंटेनेंस कमांड की कमान संभाली

भारतसरेंडर के लिए नक्सलियों को क्यों चाहिए वक्त?

भारतVIDEO: विंग कमांडर नमांश स्याल को दी गई नम आँखों से विदाई, पत्नी ने दिल झकझोर देने वाली विदाई दी, गन सैल्यूट से सम्मानित किया गया

भारतTejas Plane Crash Video: ज़ूम-इन किए गए वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखा दुबई एयर शो में तेजस के क्रैश होने का वो पल

भारतनमनाश स्याल कौन थे? दुबई एयर शो के दौरान तेजस क्रैश में जान गंवाने वाले पायलट

छत्तीसगढ अधिक खबरें

छत्तीसगढ'पंडवानी एक ऐसी विधा है, जिसके माध्यम से छत्तीसगढ़ को विश्व में मिली पहचान': मुख्यमंत्री साय

छत्तीसगढChhattisgarh: 5 नवम्बर को नवा रायपुर में दिखेगी वायुसेना की शौर्यगाथा, रजत जयंती महोत्सव के दौरान होगा ‘सूर्यकिरण एरोबैटिक शो’

छत्तीसगढ'लघु वनोपजों से आत्मनिर्भरता की राह', मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तय किया हरित विकास का रोडमैप

छत्तीसगढChhattisgarh: 'अपराधियों में हो कानून का भय और जनता में हो सुरक्षा का अहसास' — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

छत्तीसगढहमारी सरकार सुशासन और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय