Assembly Elections 2023: "मैं 22 साल तक कांग्रेस में था...चुनाव बाद कांग्रेस भूपेश बघेल को हटाएगी...", हिमंत बिस्वा सरमा का दावा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: November 3, 2023 07:29 IST2023-11-03T07:25:39+5:302023-11-03T07:29:10+5:30
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने छत्तीसगढ़ में दावा किया है कि सूबे में शासन कर रही कांग्रेस पार्टी मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नेतृत्व पद से हटा देगी।

फाइल फोटो
रायपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने छत्तीसगढ़ में इस बात का दावा किया है कि सूबे में शासन कर रही कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद छत्तीसगढ़ में बड़ा बदलाव करेगी और मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नेतृत्व पद से हटा देगी।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने कांग्रेस के साथ अपने 22 साल के जुड़ाव को याद करते हुए कांग्रेस की आंतरिक राजनीति के बारे में इस तरह का दावा किया।
उन्होंने कहा, "मेरे पास जो जानकारी है, उसके मुताबिक कांग्रेस ने इस बात का फैसला किया कि चुनावी बैनर और पोस्टर से भूपेश बघेल का नाम हटा दिया जाए और इसकी शुरूआत भी पिछले 10 दिनों से हो चुकी है। मैं 22 सालों तक कांग्रेस में रहा हूं, इसलिए पार्टी के बारे में अंदरूनी जानकारी रखता हूं। ये पक्का है कि कांग्रेस इस चुनाव में भूपेश बघेल को तुरंत या धीरे-धीरे नेतृत्व पद से हटा देगी।"
सीएम सरमा छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के प्रचार के लिए रायपुर पहुंचे थे। इसके साथ ही हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए भूपेश बघेल से ज्यादा अकबर प्यारे हैं।
उन्होंने कहा, "जब मैंने अकबर के बारे में बोला तो कांग्रेस ने मेरे खिलाफ शिकायत की। अगर मैंने टीएस सिंह देव या बघेल या किसी कांग्रेस नेता के खिलाफ कुछ बोला होता तो शिकायत दर्ज करना उचित होता। मुझे लगता है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए अकबर, भूपेश से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं लेकिन मुझे यह नहीं समझ आता कि अकबर आखिर कांग्रेस को इतना प्रिय क्यों हैं?”
इस बीच चुनाव आयोग ने 26 अक्टूबर को कवर्धा में छत्तीसगढ़ चुनाव अभियान के दौरान अपने भाषण पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस में उल्लेख किया है कि 18 अक्टूबर को हिमंत बिस्वा सरमा के भाषण के कुछ हिस्से "प्रथम दृष्टया उल्लंघनकारी" पाए गए हैं।
असम के मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ चुनाव में कथित धर्मांतरण के मुद्दे पर बोलते हुए कहा, "छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण कोई मुद्दा नहीं है, यह एक सामाजिक मुद्दा है। यह बहुत बड़ा मुद्दा है, यह हमारे खिलाफ हो रही एक आपराधिक साजिश है और अगर छत्तीसगढ़ को बचाना है तो यहां कानून सख्त होने चाहिए। धर्मांतरण के खिलाफ व्यवस्था को अपनाना होगा, लालच देकर धर्मांतरण नहीं करना चाहिए, अगर मैं मुख्यमंत्री से सवाल करुंगा तो खुद भूपेश बघेल धर्मांतरण के खिलाफ होंगे।''
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में नवंबर में दो चरणों में चुनाव होने हैं। छत्तीसगढ़ में 20 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा। और दूसरे चरण में शेष 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।