लाइव न्यूज़ :

यशोवर्धन बिड़ला विलफुल डिफाल्टर घोषित, कंपनी पर 67.55 करोड़ रुपये का बकाया

By भाषा | Updated: June 17, 2019 17:48 IST

नोटिस में कहा गया है , " बकाये का भुगतान नहीं होने पर 3 जून 2013 को खाते को गैर - निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) घोषित कर दिया गया था। कई नोटिस देने के बावजूद लेनदार ने बैंक को बकाए का भुगतान नहीं किया है। लेनदार कंपनी और उसके निदेशकों , प्रवर्तकों , गारंटरों को बैंक का कर्ज जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला घोषित किया गया है।"

Open in App
ठळक मुद्देयूको बैंक ने यशोवर्धन बिड़ला को जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला घोषित कियाएक बार जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला घोषित होने पर लेनदार को बैंकों या वित्तीय संस्थाओं की ओर से कोई कर्ज सुविधा नहीं दी जाती है।

सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक ने बिड़ला सूर्या लिमिटेड की ओर से 67.55 करोड़ रुपये का बकाया नहीं चुकाने के कारण यशोवर्धन बिड़ला को जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला (विलफुल डिफाल्टर) घोषित किया है। कंपनी को यह कर्ज यूको बैंक की ओर से दिया गया है।

कर्जदाताओं की समिति में भारतीय स्टेट बैंक , पंजाब नेशनल बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल हैं। बैंक की ओर से वेबसाइट पर सार्वजनिक की गई सूचना के मुताबिक , बैंक ने चूककर्ता से बकाया वसूलने के लिए मुकदमा दायर किया है।

सार्वजनिक नोटिस के मुताबिक , बिड़ला सूर्या लिमिटेड को पूंजी आधारित सुविधाओं के लिए 100 करोड़ रुपये की कर्ज सीमा मंजूर की गई थी, जिसमें से ब्याज सहित 67.55 करोड़ रुपये बकाया है। यूको बैंक की नरीमन प्वाइंट स्थित कॉर्पोरेट शाखा ने कंपनी को मल्टी - क्रिस्टलाइन सौर फोटोवोल्टिक सेल के विनिर्माण के लिए यह सुविधा दी थी।

नोटिस में कहा गया है , " बकाये का भुगतान नहीं होने पर 3 जून 2013 को खाते को गैर - निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) घोषित कर दिया गया था। कई नोटिस देने के बावजूद लेनदार ने बैंक को बकाए का भुगतान नहीं किया है। लेनदार कंपनी और उसके निदेशकों , प्रवर्तकों , गारंटरों को बैंक का कर्ज जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला घोषित किया गया है।"

भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, एक बार जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला घोषित होने पर लेनदार को बैंकों या वित्तीय संस्थाओं की ओर से कोई कर्ज सुविधा नहीं दी जाती है। कंपनी पर पांच साल के लिए नया उद्यम लगाने से रोक लग जाती है। इसके अलावा कर्जदाता कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू कर सकता है।

कोलकाता के यूको बैंक ने 665 चूककर्ताओं की सूची जारी की है। जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाले अन्य प्रमुखों में जूम डेवलपर्स (309.50 करोड़ रुपये), फर्स्ट लिजिंग कंपनी ऑफ इंडिया (142.94 करोड़ रुपये) , मोजर बेयर इंडिया (122.15 करोड़ रुपये) और सूर्या विनायक इंडस्ट्रीज (107.81 करोड़ रुपये) हैं। 

टॅग्स :क्राइम न्यूज हिंदीइंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्राइम अलर्टप्रेम करती हो तो चलो शादी कर ले, प्रस्ताव रखा तो किया इनकार, प्रेमी कृष्णा ने प्रेमिका सोनू को उड़ाया, बिहार के भोजपुर से अरेस्ट

क्राइम अलर्ट20 साल की नर्सिंग छात्रा की गला रेतकर हत्या, पिता ने कहा-महेंद्रगढ़ के उपेंद्र कुमार ने बेटी का अपहरण कर किया दुष्कर्म और लाडो को मार डाला

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

कारोबार अधिक खबरें

कारोबार6 दिसंबर से लागू, कर्ज सस्ता, कार और घर खरीदेने वाले को राहत, रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती

कारोबार500 किमी तक की उड़ान के लिए किराया 7,500, 500-1,000 किमी के लिए टिकट की कीमत 12,000 रुपये तय, जानें रेट लिस्ट

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

कारोबारIndiGo Crisis: 1000 से अधिक विमान कैंसिल?, रेलवे ने यात्रियों को दी बड़ी राहत, कई स्पेशल ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी, जानिए टाइम टेबल

कारोबारईपीसी क्षेत्रः 2030 तक 2.5 करोड़ से अधिक नौकरी?, 2020 के बाद से भर्ती मांग में 51 प्रतिशत की वृद्धि